बाड़मेर. राजस्थान में इन दिनों छात्र संघ चुनाव को लेकर प्रचार प्रसार का रंग जोरो पर है. सरकारी एमबीसी कन्या कॉलेज की छात्राएं जो कि एबीवीपी की ओर से प्रत्याशी है. वोटरों को आकर्षित करने के लिए बाइक और एक्टिवा की रैली में खुद बुलट चलाकर और केसरिया साफा में बुलेट की सवारी कर गली गली में जाकर चुनाव प्रचार करती नजर आ रही है.
इन छात्राओं को बुलेट पर देखकर हर कोई चौक जाता है. छात्राएं बुलेट की सवारी बेझिझक करती नजर आ रही है. वहीं कोई बाइक पर तो कोई एक्टिवा पर भी चुनाव प्रचार करती नजर आ रही है. वही इन छात्राओं का कॉन्फिडेंस सातवें आसमान पर है. यह चारों केसरिया साफा में एक के बाद एक छात्राओं के घर पर जाकर अधिक से अधिक एबीवीपी को वोट देने के लिए चुनाव प्रचार कर रही है.
पढ़ेंः सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने शुरु की कॉल सेंटर सेवा
दूसरी तरफ के छात्राएं शहर में बुलेट पर सवार होकर बाइक रैली निकालती नजर आ रही है. लेकिन बुलेट की सवारी देखकर हर कोई चौक रहा है. शायद यह बदलते भारत की तस्वीर है. शायद यह बदलते राजस्थान की तस्वीर है. शायद बदलते उस बाड़मेर की तस्वीर है जहां पर किसी जमाने में बेटी को अभिशाप माना जाता था. लेकिन अब यह तस्वीर बता रही है कि बेटी बेटियों से कम नहीं है. लिहाजा परिजन भी अब अपनी बेटियों को बेटों से मुकाबला करने के लिए आजादी देते नजर आ रहे है.
पढ़ेंः बाड़मेर : शैक्षिक सम्मेलन की तैयारी को लेकर शिक्षा संघ की हुई जिला स्तरीय बैठक...
इन बेटियों का कहना है कि इस बार एबीवीपी से प्रत्याशी बनाई गई है. हम यह चुनाव जीत कर आने वाले दिनों में छात्राओं के लिए खेलकूद के साथ ही अन्य समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा छात्राओं के साथ खड़ा रहकर उनके उत्थान के लिए काम करेंगे.