बाड़मेर. चौहटन इलाके के एक शिक्षक को विधायक पदमाराम मेघवाल के फेसबुक पेज की पोस्ट पर कमेंट करना भारी पड़ गया. शिक्षक को तत्काल प्रभाव से एपीओ करके बीकानेर निदेशालय भेज दिया गया है. इस पूरे मामले में जब विधायक पदमाराम मेघवाल से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें टिप्पणी के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा कि यह जानकारी जरूर है कि जो शिक्षक हटाया गया है उसके पीछे का कारण है कि वह बार-बार राजनीतिक तरीके से सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था. विधायक ने कहा कि अगर कोई सरकार के खिलाफ इसी तरीके से राजनीतिक पोस्ट करेगा तो उसका यही हाल होगा.
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दरअसल राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के दौरान गहलोत गुट के विधायकों को जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में रखा गया था. इस दौरान विधायक पदमाराम ने होटल में मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं के साथ खींची एक तस्वीर को अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किया. जिस पर चौहटन क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बावरला में कार्यरत व्याख्याता गंगाराम ने टिप्पणी की थी कि 'बाड़ेबंदी से निकलकर यहां आकर जनता के काम करो' और इस टिप्पणी के बाद शिक्षक को एपीओ कर निदेशालय बीकानेर भेज दिया गया.
वहीं, अब इस मामले पर विधायक पदमाराम मेघवाल का साफ कहना है कि, जो भी इस तरीके के सरकार के खिलाफ राजनीतिक पोस्ट करेगा उसका यही हाल होगा. विधायक का ये बयान अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.