बाड़मेर. जिले के सिवाना उपखंड के समदड़ी में अवैध बलास्टिंग धडल्ले से जारी है. जिसके चलते खनन के दौरान कई पत्थर उछलकर घरों तक पहुंच जाते हैं. ऐसे में एक महिला द्वारा अवैध ब्लास्टिंग के खिलाफ शिकायत करने पर मारपीट का मामला सामने आया है.
जानकारी के अनुसार समदड़ी कस्बे के ललेची माता मंदिर के समीप पहाड़ियों में आवंटित लीज में हो रहे अवैध ब्लास्टिंग से ग्रामीण खासा परेशान है. बता दें कि लीजधारक लंबे समय से अवैध ब्लास्टिंग कर पत्थर की खुदाई कर रहे हैं. जिसके कारण पत्थर उछलकर आस - पास के घरों में गिरने पर ग्रामीणों को आए दिन हादसे का भय बना रहता है.
सूरत-ए-हाल यह है कि लीजधारकों की रसूखात के चलते ग्रामीणों की समस्या की कोई सुनवाई नहीं कर रहा है. रविवार शाम को जब ललेची माता मंदिर के पीछे पहाड़ी पर ब्लास्टिंग के दौरान पत्थर उछलकर आस - पास के घरों पर गिर गया तो इससे हुए नुकसान पर रहवासी दयाली ने पत्नी कानाराम से शिकायत करने के लिए गई तो वहां पर कार्यरत श्रमिकों ने उसके साथ मारपीट कर दी. जिससे महिला घायल हो गई.
जिसके बाद परिजनों ने महिला को वहां के नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. पुलिस को इत्तला देने के साथ रिपोर्ट भी पेश की. लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. जिसके बाद गुस्साए ग्रामीण एकत्रित होकर तहसील कार्यालय पहुंचे. और तहसीलदार राकेश जैन को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही अवैध ब्लास्टिंग रुकवाने की मांग की.
मारपीट और छेड़छाड़ का मामला दर्ज
समदड़ी थानाधिकारी मीठाराम चौहान ने बताया की महिला की रिपोर्ट के आधार पर मारपीट और छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाह पूरे मामले को लेकर जांच चल रही है.
लंबे समय से हो रहें अवैध खनन के शिकायत पर नही हुई अभी तक कोई कार्रवाई
समदड़ी सहित आस-पास के गांवों में स्थित अरावली की पहाड़ियों में कई जगहों पर लीज पट्टे आवंटित हो रखे हैं तो कई जगहों पर अवैध खनन धड़ल्लें से चल रहा है. इसके अलावा लीजधारक अपनी सीमा से बाहर जाकर दिन-रात अवैध खनन कर रहे हैं. बारुद से पत्थर निकालने के लिए हर दिन पहाड़ों में धमाके की आवाज सुनने को मिलती है.
बता दें कि लीजधारक खनन विभाग के मानक और शर्तों से परे होकर स्वयं के स्तर पर अमोनियम नाइट्रेट आदि से विस्फोट कर रहे हैं. जिससे पत्थर उछलकर कई दूरी पर जाकर गिरते हैं. ऐसे में ब्लास्ट के समय आस-पास में रहने वाले ग्रामीणों की सांसें अटकी रहती है.
तेज धमाके होने वाले ब्लास्ट से पक्के मकानों में दरारें आने के साथ ही पत्थर के टुकड़े गिरने से आए दिन हादसे की आशंका बनी रहती है. इसकों लेकर ग्रामीण जन खननकर्ताओं को सुरक्षित खनन करने की गुहार भी लगाते हैं. इसके बावजूद अवैध खनन जारी है. यहां तक कि खनन विभाग और प्रशासन को शिकायत करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार सुबह तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने पर इस दौरान वें पूर्व सरपंच बाबूलाल माली, सूजाराम बावरी, मेहर खां, फारुख मोहम्मद, उकी देवी, चंपालाल घांची, एडवोकेट गौतमचंद सहित ग्रामीणों ने तहसीलदार को भी ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की.