बाड़मेर. राजस्थान में सियासी उठापटक के दौरान पायलट खेमे में रहने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक हेमाराम चौधरी रविवार को बाड़मेर पहुंचे. जहां पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बेबाकी से अपनी बात रखते हुए कहा 'डेढ़ साल से हमारी किसी ने नहीं सुनी, इसलिए हमें दिल्ली जाना पड़ा और अपनी बात को हाईकमान को बताना पड़ा. अब हमारी बात हाईकमान ने सुन ली है और जल्द ही उस पर अमल किया जाएगा.'
उन्होंने कहा 'मैं पद का भूखा नहीं हूं, अगर पद का भूखा होता तो फरवरी 2019 में विधायक पद से इस्तीफा क्यों देता?' चौधरी ने कहा कि अगर जनता के काम नहीं होंगे, तो हमें रहने का कोई अधिकार नहीं है. जो लोग हमें 'बागी' कह रहे हैं, असल में वे ही बागी हैं. हमने तो राजस्थान में कांग्रेस को बचाने के लिए आलाकमान को जगाने की कोशिश की, ताकि 2023 के चुनाव में कांग्रेस का बुरा हाल ना हो, क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके मंत्री हमारी नहीं सुन रहे थे. इसलिए हमें इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा.
चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि कांग्रेस हमारी मां है, अगर मां पर कोई एक बेटा कब्जा करेगा तो यही हाल होगा. ना तो सचिन पायलट पद के भूखे हैं और ना ही हम पद के भूखे हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए हेमाराम चौधरी ने कई अन्य मुद्दों पर अपनी राय रखी और कहा कि आने वाले समय में हम अपेक्षा करते हैं कि जनता के काम काज अच्छे से होंगे, ताकि राजस्थान में कांग्रेस मजबूत हो सके.
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हेमाराम चौधरी सात दिवसीय दौरे पर अपने विधानसभा क्षेत्र में जाने के लिए बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे थे. जहां पर गुडामालानी के कांग्रेस के दर्जनों कार्यकर्ता हेमाराम चौधरी को लेने के लिए बाड़मेर जिला मुख्यालय उनके आवास पहुंचे. इस दौरान हेमाराम चौधरी ने उनसे बातचीत कर वर्तमान हालातों के बारे में अवगत करवाया.