बाड़मेर. लवली कंडारा एनकाउंटर मामले में आरएलपी के दो फाड़ हो गई है. इस मामले में पार्टी का एक पक्ष पुलिस ने कार्रवाई को सही बता रहा है तो वहीं दूसरा इसके विरोध में है. ऐसे में इस प्रकरण में पार्टी के नेताओं के बीच गतिरोध की स्थिति बन सकती है.
जोधपुर लवली एनकाउंटर मामले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी दो फाड़ हो गई है. पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल लगातार इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष उदाराम मेघवाल ने इस मामले में पुलिस को सही ठहराया है. उनका कहना है कि अपराधियों का तो यही हाल होना चाहिए. पुलिस ने जो किया सही किया. अब इस मामले में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग ने नोटिस जारी किया है.
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उदाराम मेघवाल के अनुसार अपराधी लवली कंडारा की मौत के मामले में राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की ओर से पुलिस टीम के खिलाफ लिया गया निर्णय मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, कांग्रेस विधायक और कांग्रेस के मुख्य कार्यकर्ताओं, पुलिस प्रशासन और वाल्मीकि समाज के बीच का निर्णय है, जो शर्मनाक और पुलिस का मनोबल तोड़ने वाला है. आपसी फायरिंग में अगर इसका उल्टा नतीजा आता तो भी पुलिस को ही दोषी ठहराया जाता है और कहा जाता है कि पुलिस ने ही अपराधियों को संरक्षण दिया है. इसीलिए बदमाश आज पुलिस को ही निशाना बना रहे हैं.
ऐसी विपरीत परिस्थितियों में भी पुलिस पर अंगुलिया उठाई जाती. पुलिस ने गोली अपनी सुरक्षा में चलाई, जिससे अपराधी की मौत हुई और जो लोग और राजनीतिक दल व नेता पुलिस के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की मांग करते हैं, वह ठीक नहीं और मैं उनका समर्थन नही करता हूं. उदाराम मेघवाल ने इसे अपनी निजी राय बताते हुए कहा है कि इस मामले में मैं पुलिस को सही मानता हूं. यह मेरी निजी राय है और मैं कभी भी आरएलपी और बेनीवाल के खिलाफ नहीं हूं. पार्टी को नोटिस का जवाब समय आने पर जरूर दूंगा.