सिवाना (बाड़मेर). सिवाना कस्बे के बस स्टैंड पर पानी की समस्या को लेकर 246 दिनों से अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरना जारी रहा है. धरने पर बैठे ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर प्रतिदिन मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंप रहे हैं. सोमवार को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने वर्तमान में सिवाना कस्बे सहित क्षेत्र के 101 गांवों में भूजल स्तर नीचे चले जाने की समस्या को रखा है.
2003 में पोकरण, फलसुंड, बालोतरा और सिवाना पेयजल परियोजना शुरू की गई थी. जिसका कार्य अंतिम चरण में अधूरा पड़ा हैं. ज्ञापन में बताया कि बालोतरा-सिवाना के मध्य 10 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने का कार्य अधूरा पड़ा है. कस्बे के पादरड़ी रोड़ पर पूरे तहसील क्षेत्र के गांवों के लिए पेयजल स्टोरेज टैंक का कार्य भी बंद पड़ा है. इसके साथ ही सिवाना कस्बे में चार अलग-अलग जोन में प्रस्तावित चार पेयजल संग्रहण के उच्च जलाशय (ईएसआर) निर्माण की स्वीकृति भी अभी तक नहीं हो पाई हैं. ग्रामीणों ने अधूरे पड़े कार्यो को जल्द पूरा करने और कार्यों की स्वीकृति को लेकर मांग की है.
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सिवाना संघर्ष समिति के पदाधिकारी महेंद्र कुमार जैन ने बताया कि हम ग्रामीण पिछले 246 दिनों से तहसील कार्यालय के आगे अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरने पर बैठे हैं. तत्काल प्रभाव से उपरोक्त मांगों पर गौर करते हुए अधूरे पड़े पाइपलाईन बिछाने और पेयजल स्टोरेज टैंक निर्माण कार्य को फिर से शुरू करवाने की मांग की है. ये चार उच्च जलाशयों की स्वीकृति प्रदान कर निर्माण कार्य करवाने की शुरू कराया जाए. जिससे सिवाना की जनता को पानी की समस्याओं से निजात मिल सके.