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कैसे होगा भारत के भविष्य का निर्माण...शिक्षक बिना ये स्कूल है बदहाल, ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन - बाड़मेर न्यूज स्टोरी

बाड़मेर सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में शिक्षक ना होने से बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल पा रही है. ऐसे में गुस्साए लोगों ने जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को भरने की मांग की.

School Barmer without teacher, villagers submitted memorandum, बाड़मेर न्यूज स्टोरी
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Published : Aug 13, 2019, 7:18 PM IST

बाड़मेर. जिला मुख्यालय में सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में कई दिनों से शिक्षकों के पद रिक्त है जिससे बच्चों को शिक्षा नही मिल पी रही है और उनके भविष्यो के साथ सरेआम खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे में मंगलवार को रावतसर ग्राम पंचायत से आए लोगों ने जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को भरने की मांग भी की.

शिक्षक बिना बाड़मेर का स्कूल बदहाल

इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जिस तरीके से रावतसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आसपास के 15 गांवों के छात्र-छात्राओं के बच्चे स्कूल में पढ़ने आते हैं लेकिन शिक्षकों की पूरी व्यवस्था नहीं होने के चलते इन बच्चों का भविष्य अंधकार में चला गया है. पिछले लंबे समय से हम लोगों ने इस बारे में अपने सरपंच और नेताओं को बताया लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है.

यह भी पढ़े: झुंझुनूं : बिना योग्यता के सीएमएचओ बने छोटेलाल, 30 दिन में विदाई तय

लिहाजा बच्चों के भविष्य को देखते हुए हमने जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी बात रखी है. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान में स्कूल में 5 शिक्षक हैं जबकि स्कूल में 14 शिक्षकों की जरूरत है, खासतौर से सीनियर कक्षा के शिक्षक नहीं होने के चलते इन बच्चों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में अब समय रहते अगर रावतसर धाम पंचायत सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पदों को नहीं भरा गया तो हम लोग आंदोलन करेंगे.

बाड़मेर. जिला मुख्यालय में सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में कई दिनों से शिक्षकों के पद रिक्त है जिससे बच्चों को शिक्षा नही मिल पी रही है और उनके भविष्यो के साथ सरेआम खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे में मंगलवार को रावतसर ग्राम पंचायत से आए लोगों ने जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को भरने की मांग भी की.

शिक्षक बिना बाड़मेर का स्कूल बदहाल

इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जिस तरीके से रावतसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आसपास के 15 गांवों के छात्र-छात्राओं के बच्चे स्कूल में पढ़ने आते हैं लेकिन शिक्षकों की पूरी व्यवस्था नहीं होने के चलते इन बच्चों का भविष्य अंधकार में चला गया है. पिछले लंबे समय से हम लोगों ने इस बारे में अपने सरपंच और नेताओं को बताया लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है.

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लिहाजा बच्चों के भविष्य को देखते हुए हमने जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी बात रखी है. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान में स्कूल में 5 शिक्षक हैं जबकि स्कूल में 14 शिक्षकों की जरूरत है, खासतौर से सीनियर कक्षा के शिक्षक नहीं होने के चलते इन बच्चों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में अब समय रहते अगर रावतसर धाम पंचायत सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पदों को नहीं भरा गया तो हम लोग आंदोलन करेंगे.

Intro:बाड़मेर

मंगलवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर रावतसर ग्राम पंचायत से आए लोगों ने जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात कर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को भरने की मांग की इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जिस तरीके से रावतसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आसपास के 15 गांवों के छात्र-छात्राओं के बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं लेकिन शिक्षकों की पूरी व्यवस्था नहीं होने के चलते इन बच्चों का भविष्य अंधकार में चला गया है पिछले लंबे समय से हम लोगों ने इस बारे में अपने सरपंच और नेताओं को बताया लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है


Body:लिहाजा आज हमने जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी बात रखा है । इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान में स्कूल में 5 शिक्षक हैं जबकि स्कूल में 14 शिक्षकों की जरूरत है रिक्त पड़े हैं जोकि खासतौर से सीनियर कक्षा के शिक्षक नहीं होने के चलते इन बच्चों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं जिसके चलते वंचित रह रहे हैं ऐसे में अब समय रहते रावतसर धाम पंचायत सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने गया तो हम लोग आंदोलन करेंगे।





Conclusion:गौरतलब है कि एक तरफ तो सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बातें करती है वहीं दूसरी तरफ इस तरीके से ग्राम पंचायत के जिला मुख्यालय पर शिक्षकों की कमी आज भी बदस्तूर जारी है जिसके चलते कई बच्चे शिक्षा से वंचित रह रहे हैं ऐसे में इसका जिम्मेदार आखिर कौन है ।
बाईट- पदमाराम , ग्रामीण
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