बाड़मेर. शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना, घरेलू हिंसा, शोषण जैसे सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं को सामाजिक न्याय और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए करीब 6 महीने पहले बाड़मेर में सखी वन स्टॉप सेंटर शुरू किया गया था. ये सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है.
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कचहरी परिसर में 7 अगस्त 2019 को सखी वन स्टॉप सेंटर का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ था. सखी केंद्र वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सा विधिक अल्पकालीन आश्रय और विधिक सेवाएं उपलब्ध हैं. अपने आप में इस अनूठे सेंटर में अब तक 25 महिलाएं यहां पहुंचीं, जिनकी पूरी मदद की गई और इन महिलाओं को उचित परामर्श सहित कई सेवाएं प्रदान की गईं.
बता दें, कि यह सेंटर 24 घंटे खुला रहता है. इस सेंटर में कुल 11 महिला कर्मचारी कार्यरत हैं. वर्तमान हालातों में सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर काफी मददगार साबित हो रहा है, लेकिन इस सेंटर का व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं होने के चलते आज भी सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी कई महिलाएं इस केंद्र तक नहीं पहुंच पा रही हैं.
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सखी वन स्टॉप सेंटर में आने वाली महिलाओं को एक ही छत के नीचे चिकित्सा, कानूनी, मनोविज्ञान और परामर्श सहित कई सेवाओं के लिए तत्काल, आपातकाल और गैर आपातकालीन सुविधाएं प्रदान की जाती है. इसके साथ ही 5 दिनों के लिए आश्रय भी प्रदान किया जाता है.