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सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है सखी वन स्टॉप सेंटर

बाड़मेर में शारीरिक, मानसिक और घरेलू हिंसा से प्रताड़ित महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए करीब 6 महीने पहले सखी वन स्टॉप सेंटर शुरू किया गया था. जिसमें अबतक कई महिलाओं की मदद भी की जा चुकी है. लेकिन इस सेंटर का व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं होने के चलते आज भी सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी कई महिलाएं इस केंद्र तक नहीं पहुंच पा रहीं हैं.

बाड़मेर की खबर, Sakhi One Stop Center
महिलाओं के लिए कारगर है सखी वन स्टॉप सेंटर
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Published : Jan 10, 2020, 2:17 PM IST

बाड़मेर. शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना, घरेलू हिंसा, शोषण जैसे सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं को सामाजिक न्याय और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए करीब 6 महीने पहले बाड़मेर में सखी वन स्टॉप सेंटर शुरू किया गया था. ये सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है.

महिलाओं के लिए कारगर है सखी वन स्टॉप सेंटर

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कचहरी परिसर में 7 अगस्त 2019 को सखी वन स्टॉप सेंटर का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ था. सखी केंद्र वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सा विधिक अल्पकालीन आश्रय और विधिक सेवाएं उपलब्ध हैं. अपने आप में इस अनूठे सेंटर में अब तक 25 महिलाएं यहां पहुंचीं, जिनकी पूरी मदद की गई और इन महिलाओं को उचित परामर्श सहित कई सेवाएं प्रदान की गईं.

बता दें, कि यह सेंटर 24 घंटे खुला रहता है. इस सेंटर में कुल 11 महिला कर्मचारी कार्यरत हैं. वर्तमान हालातों में सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर काफी मददगार साबित हो रहा है, लेकिन इस सेंटर का व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं होने के चलते आज भी सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी कई महिलाएं इस केंद्र तक नहीं पहुंच पा रही हैं.

पढ़ें- बालोतरा औद्योगिक क्षेत्र की गलियाें में हर तरफ फैला रासायनिक पानी, बना परेशानी का सबब

सखी वन स्टॉप सेंटर में आने वाली महिलाओं को एक ही छत के नीचे चिकित्सा, कानूनी, मनोविज्ञान और परामर्श सहित कई सेवाओं के लिए तत्काल, आपातकाल और गैर आपातकालीन सुविधाएं प्रदान की जाती है. इसके साथ ही 5 दिनों के लिए आश्रय भी प्रदान किया जाता है.

बाड़मेर. शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना, घरेलू हिंसा, शोषण जैसे सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं को सामाजिक न्याय और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए करीब 6 महीने पहले बाड़मेर में सखी वन स्टॉप सेंटर शुरू किया गया था. ये सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है.

महिलाओं के लिए कारगर है सखी वन स्टॉप सेंटर

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कचहरी परिसर में 7 अगस्त 2019 को सखी वन स्टॉप सेंटर का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ था. सखी केंद्र वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सा विधिक अल्पकालीन आश्रय और विधिक सेवाएं उपलब्ध हैं. अपने आप में इस अनूठे सेंटर में अब तक 25 महिलाएं यहां पहुंचीं, जिनकी पूरी मदद की गई और इन महिलाओं को उचित परामर्श सहित कई सेवाएं प्रदान की गईं.

बता दें, कि यह सेंटर 24 घंटे खुला रहता है. इस सेंटर में कुल 11 महिला कर्मचारी कार्यरत हैं. वर्तमान हालातों में सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर काफी मददगार साबित हो रहा है, लेकिन इस सेंटर का व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं होने के चलते आज भी सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी कई महिलाएं इस केंद्र तक नहीं पहुंच पा रही हैं.

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सखी वन स्टॉप सेंटर में आने वाली महिलाओं को एक ही छत के नीचे चिकित्सा, कानूनी, मनोविज्ञान और परामर्श सहित कई सेवाओं के लिए तत्काल, आपातकाल और गैर आपातकालीन सुविधाएं प्रदान की जाती है. इसके साथ ही 5 दिनों के लिए आश्रय भी प्रदान किया जाता है.

Intro:बाड़मेर

सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है सखी वन स्टॉप सेंटर


बाड़मेर

शारीरिक मानसिक प्रताड़ना घरेलू हिंसा रहित शोषण जैसे सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं को सामाजिक न्याय और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने महिला सशक्तिकरण जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए करीबन 6 महीने पहले बाड़मेर में सखी वन स्टॉप सेंटर शुरु किया गया ये सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है


Body:बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कचहरी परिसर में 7 अगस्त 2019 को सखी वन स्टॉप सेंटर का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ था सखी केंद्र वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सा विधिक अल्पकालीन आश्रय एवं विधिक सेवाए उपलब्ध है अपने आप में इस अनूठे सेंटर में अब तक 25 महिलाएं यहां पहुंची जिनकी पूरी मदद की गई और इन महिलाओं को उचित परामर्श सहित कई सेवाएं प्रदान की गई यह सेंटर 24 घंटे खुला रहता है इस सेंटर में कुल 11 महिला कर्मचारी कार्यरत है वर्तमान हालातों में सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी महिलाओं के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर काफी मददगार साबित हो रहा है लेकिन इस सेंटर का व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं होने के चलते आज भी सामाजिक अन्याय का शिकार हो चुकी कई महिलाएं इस केंद्र तक नहीं पहुंच पा रही है


Conclusion:सखी वन स्टॉप सेंटर में आने वाली महिलाओं को एक ही छत के नीचे चिकित्सा कानूनी मनोविज्ञान और परामर्श सहित कई सेवाएं के लिए तत्काल आपातकाल और गैर आपातकालीन सुविधाएं प्रदान की जाती है वह इसके साथ ही 5 दिनों के लिए आश्रय भी प्रदान किया जाता है

बाईट- कमला, केंद्र प्रबंधक, सखी वन स्टॉप सेंटर बाड़मेर
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