बाड़मेर. राजस्थान का सरहदी जिला बाड़मेर बालिका शिक्षा की दृष्टि से पिछड़ा माना जाता रहा है, लेकिन अब यहां की बेटियां शिक्षा के दंगल में अपना पंच जमा रही है. बाड़मेर की बेटी ने अपनी मेहनत के दम पर शिक्षा के क्षेत्र में गोल्ड मेडल जीत कर सफलता की नई कहानी लिखी है. थार की बेटी रुचिका ने बता दिया कि बाड़मेर की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है.
थार की बेटी रुचिका मालू ने अपनी मेहनत और लगन के चलते राज्यभर में बाड़मेर का नाम फक्र से ऊंचा किया है. रूचिका मालू जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में एम कॉम की परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है. उसकी इस बड़ी उपलब्धि को राज्य के महामहिम ने गोल्ड मेडल से नवाजा है. रुचिका कि इस उपलब्धि से जहां घर वालों में खुशी का माहौल है, वहीं रुचिका की सहेलियां और रिश्तेदारों का भी इन दिनों बधाई देने का तांता लगा हुआ है.
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जोधपुर जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के 16वे दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल और कुलपति कलराज मिश्र ने 145 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिए. इनमें से रुचिका को एम कॉम में टॉप करने के लिए गोल्ड मेडल मिला है. जोधपुर में आयोजित विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने उसे यह मेडल दिया. रुचिका के टॉप करने और गोल्ड मेडल मिलने के बाद बाड़मेर पहुंची. जहां रुचिका का उनके परिवार वालों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया.
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ये है सफलता का मूल मंत्र...
वहीं रुचिका का कहना है कि प्रतिदिन 3 घंटे की पढ़ाई और परीक्षा के दौरान सभी सोशल साइट से दूरी बनाना उसकी सफलता का मूल मंत्र है. रुचिका मालू ने शुरुआती पढ़ाई शहर के मोहन बाल निकेतन स्कूल से की. वहीं वर्तमान में रुचिका शहर के फ्यूचर लिंक टेक्नो स्कूल में शिक्षिका के रूप में बच्चों को पढ़ाने का काम कर रही है. रुचिका का व्याख्याता बनने का सपना है जिसके लिए रुचिका ने अब तैयारी शुरू कर दी है.