बाड़मेर. कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए खाद्य विभाग ने पोस मशीन से राशन देने की व्यवस्था को रोक दिया है. केवल ओपीडी के माध्यम से राशन देने की व्यवस्था को लागू किया गया है. लेकिन तकनीकी खामी के चलते ओपीटी नहीं मिलने पर राशन डीलर उन्हें रजिस्टर में नाम अंकित कर गेहूं दे सकेगा.
ऐसी स्थिति में राशन डीलरों ने विभाग की जन सूचना वेबसाइट से राशन धारकों की जानकारी चुराकर उनके गेहूं चुराकर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है. बाड़मेर जिले के कई राशन धारकों के गेहूं उठाने का मामला प्रकाश में आने के बाद बाड़मेर प्रशासन सख्त हुआ है और संबंधित जिलों के जिला कलेक्टर और डीएसओ को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है.
जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर ने बताया कि जैसलमेर जिले के डीलर ने बाड़मेर के 12 राशन धारकों के गेहूं निकाल दिए. इसके अलावा सवाई माधोपुर के यहां के राशन डीलर ने 24 राशन धारकों के गेहूं निकाल दिए और उदयपुर, डूंगरपुर जिलों के राशन डीलरों ने बाड़मेर के कई राशन धारकों के गेहूं को फर्जीवाड़े कर उठा लिया है.
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उन्होंने बताया कि हमारे बाड़मेर जिले में 1058 डीलर है, उनमें से अब तक किसी की भी शिकायत सामने नहीं आई है कि उन्होंने इस तरह से दूसरे जिले का गेहूं उठा लिया हो. उन्होंने मौजूदा हालात में पूरी ईमानदारी का परिचय दिया है.
अश्विनी गुर्जर ने बताया कि हमें जैसे ही पता चला कि इन जिलों के राशन डीलरों ने हमारे जिले के राशन उपभोक्ताओं के गेहूं उठा लिए हमने तुरंत संबंधित जिले के जिला कलेक्टर और डीएसओ को पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई करवाने के लिए कहा है. साथ ही जैसलमेर जिले के संबंधित डीलर पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई गई है. उन्होंने बताया कि अन्य जिलों की ओर से जिस तरह की कार्रवाई होगी उससे आप सबको अवगत करवा दिया जाएगा.