बाड़मेर. राज्य सरकार के आदेशानुसार ग्राम पंचायत और राजस्व ग्रामों का पुनर्गठन किया जा रहा है. जिस वजह से आए दिन सैकड़ों ग्रामीण जिला मुख्यालय पर अपनी आपत्तियां दर्ज करवा रहे हैं. इसी कड़ी में कानासर पंचायत के राजस्व गांव नागोणा के कई ग्रामीणों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर नागोणा को नवसृजित ग्राम पंचायत प्रहलादपुरा में शामिल नहीं करने की मांग रखी.
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जिला मुख्यालय पर पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को बताते हुए कहा कि राजस्व ग्राम नागोणा मूल ग्राम पंचायत कानासर से मात्र 4 किलोमीटर दूर है और नवसृजित ग्राम पंचायत पहलादपुर 9 किलोमीटर दूर है. कानासर पंचायत के नजदीक होने के साथ ही सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है. साथ ही बताया कि वहां पर हमें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण हमें किसी भी सूरत में नवसृजित ग्राम पंचायत में शामिल नहीं होना चाहते है.
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ लोगों द्वारा राजनीतिक फायदा देखने के लिए हमारे झूठे हस्ताक्षर करते हुए हमारे राजस्व ग्राम को नागोणा को अपनी मनमर्जी से नवसृजित ग्राम पंचायत प्रहलादपुरा में जोड़ने की कार्यवाही कर रहे हैं. इस बाबत में हम ग्रामीणों को आपत्ति है. नागोणा से ग्राम पंचायत तालाब पुरा तक आने जाने के लिए हमारे कोई सड़क या कदम मार्ग नहीं है. हमारे सभी दस्तावेज ग्राम पंचायत कानासर के बने हुए हैं. जहां से हमें हर सुविधाएं और राशन सामग्री मिल रही है.
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वहीं प्रहलादपुरा ग्राम पंचायत नागोणा राजस्व गांव से 9 किलोमीटर दूर है जो बिना वाहन आना जाना संभव नहीं है. जिससे हमारा अनावश्यक आर्थिक नुकसान होगा. ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मिलकर नागोणा राजस्व ग्राम को मूल पंचायत कानासर से अलग नहीं करने की मांग की.