बालोतरा (बाड़मेर). उपखंड में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े में इजाफा हो रहा है. साथ ही संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है. मंगलवार को एक संक्रमित महिला की मौत हुई जिसका उपचार जोधपुर के अस्पताल में चल रहा था.
जिसके बाद उपखंड में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 17 हो गई. उपखंड में 738 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. वहीं, मंगलवार को कोविड-19 की राजकीय नाहटा चिकित्सालय बालोतरा की जांच रिर्पोट में भी कई मामले सामने आने वाले है.
नाहटा अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलराजसिंह पंवार के अनुसार जिस महिला की मौत हुई उसका उपचार जोधपुर एम्स में पिछले एक सप्ताह से चल रहा था. उसकी जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई जिसके चलते उसकी मौत हो गई. डॉ. पंवार के अनुसार मरीज को पूर्व में भी बड़ी बीमारी थी.
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बता दें कि उपखंड में पिछले तीन माह में लगातार कोरोना के मरीज शहर, कस्बे और गांव में बढ़ रहे हैं. जिसकी एक वजह यह भी है कि लोग सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे हैं. जिसके चलते उपखंड प्रशासन, चिकित्सा और पुलिस महकमा लोगों को कोविड-19 के नियमों की पालना कराने के लिए बार-बार जागरूक कर रहा है.
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इस पर प्रशासन सख्त कार्रवाई तो कर रहा है, लेकिन लोगों पर इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. वहीं, प्रशासन की ओर से बालोतरा शहर के चार वार्डो में लॉकडाउन भी लगाया गया. जिसके बाद भी लोग बेपरवाह नजर आ रहे हैं.
बालोतरा में 20 अगस्त से स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती पर इंदिरा रसोई की शुरुआत होगी
बालोतरा (बाड़मेर). उपखंड में 20 अगस्त से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती पर इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की जाएगी. जहां गरीब और जरुरतमंदो को केवल आठ रुपए में शुद्ध पौष्टिक भोजन मुहैया कराया जाएगा. जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने बालोतरा शहर में इंदिरा रसोई लगने वाली जगहों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को पूरा करने के निर्देश दिए.
शहर में छतरियों का मोर्चा, प्रथम रेलवे फाटक और नया बस स्टैंड पर इंदिरा रसोई का संचालन किया जाएगा. जहां जरूरतमंदों को सस्ता भोजन मिल सकेगा. जिला कलेक्टर मीणा ने कहा कि राज्य सरकार इंदिरा रसोई के नाम से गरीबों और जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में शुद्ध पौष्टिक भोजन मुहैया कराएगी. उन्होने उपखंड कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में इस योजना की तैयारियों की समीक्षा की.
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उन्होंने कहा कि योजना को जनसेवा की भावना, पारदर्शिता और जनभागीदारी के साथ लागू किया जाए ताकि निर्धन वर्ग को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक मिसाल बने. उन्होंने निर्देश दिए कि योजना के संचालन में सेवाभावी संस्थाओं और स्वयंसेवी संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए. साथ ही जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि मंगलवार को ही संस्थाओं का चयन किया जाए. ऐसी संस्थाओं और स्वयंसेवी संगठनों को प्रोत्साहित किया जाए जो निस्वार्थ भाव से मानव सेवा के क्षेत्र में काम कर रही हैं.
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इंदिरा रसोई योजना में दोनों समय का भोजन रियायती दर पर उपलब्ध कराया जाएगा. राज्य सरकार प्रति थाली 12 रूपए अनुदान देगी. जिला कलेक्टर ने बताया कि योजना की आईटी आधारित मॉनिटरिंग की जाएगी. लाभार्थी को कूपन लेते ही मोबाइल पर एसएमएस से सूचना मिल जाएगी. मोबाइल एप और सीसीटीवी से रसोईयों की निगरानी की जाएगी. बैठक में उपखंड अधिकारी रोहित कुमार, नगर परिषद आयुक्त रामकिशोर समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.