बाड़मेर. नर्सिंग छात्र संगठन के बैनर तले जिलाध्यक्ष हुकमाराम गोदारा के नेतृत्व में नर्सिंग छात्रों ने शुक्रवार जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम 4 सूत्रीय मांग पत्र जिला कलेक्टर विश्राम मीणा को सौंपा. इस ज्ञापन के जरिए अपनी समस्याओं के शीघ्र निराकरण करने की मांग की.
ज्ञापन देने आए नर्सिंग स्टूडेंट्स ने बताया कि हमारी पहली मांग ये है कि 10 नवंबर को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के पदों पर परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें लाखों बेरोजगार नर्सेज परीक्षा में शामिल हुए थे. लेकिन 2 महीने बीत जाने के बावजूद भी अभी तक इसका परिणाम जारी नहीं किया गया है. जबकि अन्य राज्यों में 10 से 15 दिनों में रिजल्ट जारी कर दिया जाता है. अतः बेरोजगार नर्सेज के भविष्य को देखते हुए जल्द से जल्द रिजल्ट जारी करके कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर पदों को भरा जाए.
वहीं दूसरी ये है कि 10 साल में नाम मात्र नर्सेज की भर्ती की गई हैं. ऐसे में संविदा प्रथा को खत्म कर 30 हजार पदों पर नर्सेज की भर्ती निकाली जाए. तीसरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश अनुसार निजी अस्पतालों में नर्सेज का वेतनमान कम से कम 20 हजार प्रतिमाह होना चाहिए, लेकिन राजस्थान राज्य में नर्सेज को पांच से सात हजार रुपए प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है, जिसमें उनका मानसिक और आर्थिक शोषण हो रहा है. अतः इन आदेशों को राजस्थान में लागू करके नर्सेज को राहत दे.
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उन्होंने कहा कि हमारी चौथी मांग है कि रजिस्टर्ड नर्सेज को प्राथमिक तौर पर मेडिसिन रखने और लिखने का अधिकार दिया जाए, जिससे स्वस्थ राजस्थान निर्माण में नर्सेज अपनी भूमिका निभा सकें. उन्होंने कहा कि हमारी उक्त मांगों पर जल्द निराकरण नहीं किया गया तो हमें मजबूरन आंदोलन की राह अख्तियार करनी पड़ेगी.