बाड़मेर. एनएचएम कार्मिक महासंघ के बैनर तले एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने शुक्रवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कर्मचारियों ने अपनी 3 मांगों को पूरा करने की बात कही.
संविदा कर्मचारी उम्मेदराम ने बताया कि बाड़मेर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पिछले 10 सालों से एनएचएम कर्मचारी अपनी कर्तव्य निष्ठा एवं ईमानदारी से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनका लगातार शोषण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जबकि कोरोना काल में भी कर्मचारी पूरी मेहनत के साथ काम कर रहे हैं. इसके बावजूद हमारी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 में बखूबी अपने फर्ज को अंजाम दे रहे हैं लेकिन फिर भी एनएचएम संविदा कर्मचारियों और उनके परिवार की कोई स्वास्थ्य सुरक्षा नहीं है. लंबित लॉयल्टी एवं रेसेलाइजेशन को भी केंद्र एवं राज्य सरकार ने स्वीकृति दे दी है, लेकिन बावजूद इसके निदेशालय द्वारा उसे लटकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम इस कोरोना काल में कार्य बाधित नहीं करना चाहते, लेकिन यदि हमारी मांगों को समय रहते पूरा नहीं किया गया तो हम बाड़मेर के तकरीबन 300 एनएचएम संविदा कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे. इसलिए सरकार समय रहते हमारी मांगों को जल्द पूरा कर हमें राहत प्रदान करें.
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ये हैं तीन मांगे
- समस्त एनएचएम संविदा कार्मिकों को स्थाई समायोजन किया जाए.
- 4 वर्षों से लंबित लॉयल्टी एवं रेसेलाइजेशन तत्काल दिया जाए.
- सभी कार्मिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा मुहैया करवाई जाए.