बालोतरा (बाड़मेर). कहते हैं, कि जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिज़ूल है कद आसमान का. इसी सोच के साथ सरहदी जिले बाड़मेर की बेटी अपनी यात्रा पूरी कर बालोतरा पहुंची. नीतू चोपड़ा ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा, कि देश की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के संदेश के साथ कश्मीर से कन्याकुमारी तक स्कूटी से अकेली यात्रा पर निकलीं थीं.
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नीतू चोपड़ा ने कहा, कि बेटियों के सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की जागरूकता के लिए उत्तर से दक्षिण की 4600 किलोमीटर तक अकेले स्कूटी से यात्रा पर है. नीतू का कहना, कि समाज व बेटियों में अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता आ रही है. कुछ जगहों पर महिलाओं के प्रति अपराध भी बढ़े हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान नीतू चोपड़ा ने कहा, कि अब जरूरत है बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सीखने की. जिससे वो हर मुश्किल हालात का सामना कर सकें. बेटियों के माता-पिता भी उन्हें अबला ना समझ कर घर की चारदीवारी से बाहर निकलने के लिए हौसला बढ़ाएं, ताकि वो आत्मनिर्भर बन सकें. तभी 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा साकार हो सकेगा.