बाड़मेर. जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक सोमवार को आयोजित की गई. बैठक में सराहनीय कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया गया. जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक जिला कलेक्टर अंशदीप की अध्यक्षता में शहर के एक निजी रिसॉर्ट में आयोजित की गई.
इस बैठक में विभागीय योजनाओं की समीक्षा करने के साथ-साथ जिलास्तरीय पुरस्कार भी प्रदान किए गए. इसके तहत चिकित्सा संस्थान व्यक्तिगत दोनों वर्गों में अच्छा कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया.
बैठक में सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी और डीएनओ, एडीएनओ, आरबीएसके, डीसी और आरकेएसके व कोऑर्डिनेटर बीपीएम मौजूद रहे.
बैठक के दौरान जिला कलेक्टर अंशदीप ने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया, कि मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना की गाइडलाइन के मुताबिक चिकित्सा संस्थान पर दवाइयों की उपलब्धता पर लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्वक सेवाएं दी जाएं.
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी ने बताया, कि सभी गर्भवती महिलाओं को गर्भधारण के 12 सप्ताह में पीसीटीएस सॉफ्टवेयर पर पंजीकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. 108,104 एंबुलेंस का समय पर निरीक्षण करने के निर्देश भी हैं, ताकि समय पर संबंधित कंपनी की कमियों को दूर कर सकें.
डीपीसी डॉ. बीएस गहलोत ने मु:ख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया, कि किसी भी चिकित्सा संस्थान पर दवाई की कमी ना हो. समय पर इसकी डाटा एंट्री पोर्टल पर करवाएं, जिससे मरीजों को इस योजना का भरपूर लाभ मिल सके. इसी के साथ नियमित टीकाकरण शिशु और मातृ मृत्यु दर की समीक्षा भी की गई और निर्देशित किया गया.
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जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रीत महेंद्र सिंह ने ओडीएफ, सीएससी की समीक्षा की और यूसी जिला स्तर पर भिजवाने हेतु कहा, साथ ही निर्देशित किया, कि भौतिक एवं वित्तीय प्रगति एक समान होनी चाहिए.
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी सीधी ने मौसमी बीमारियों जैसे कोरोना, स्वाइन फ्लू, मलेरिया, डेंगू के लक्षण और बचाव पर चर्चा की और विस्तार से जानकारी दी.
इस बैठक में विभागीय योजनाओं की समीक्षा करने के साथ-साथ जिलास्तरीय पुरस्कार भी दिए गए. इसके तहत चिकित्सा संस्थान और व्यक्तिगत दोनों वर्गों में अच्छा कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया.