सिवाना (बाड़मेर). देश में चल रहे कोरोना काल में भी प्रदेश में सियासी उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है. सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने शनिवार को प्रदेश की गहलोत सरकार पर जुबानी हमला बोला हैं. उन्होंने प्रदेश की गहलोत सरकार पर सिवाना में पानी की समस्या पर ध्यान ना देने, क्षेत्र में लोगों को मनरेगा योजना के तहत काम ना देने और टिड्डियों के खतरे पर ध्यान ना देने का आरोप लगाया हैं.
सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने शनिवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि, वर्तमान समय में सिवाना विधानसभा क्षेत्र में सबसे बड़ी पेयजल की समस्या है. पानी की समस्या को लेकर 'पोकरण फलसूंड परियोजना' बनी हुई हैं, लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. कस्बे में पानी की समस्या को लेकर ट्यूबवेल के प्रस्ताव मंत्री के पास पड़े हुए है पर समस्या समाधान के लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है. वहीं, पोकरण फलसूंड का पानी नहीं मिलने से 57 गांव पानी से वंचित रह रहे हैं. साथ ही विधायक ने आरोप लगाए हैं कि, सिणधरी क्षेत्र के कई गांव में अभी भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है.
टिड्डी खतरे पर सरकार नहीं दे रही ध्यान...
उन्होंने बताया कि, वर्तमान समय में टिड्डी का जो प्रकोप चल रहा है. वर्तमान समय में कई जगह बारिश होने से किसानों ने खेती भी की है और फसलें अंकुरित हुई पर टिड्डी हमले से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. वही टिड्डी हमले की बड़ी आशंका को देखते हुए कहा कि, उससे बड़ा नुकसान हो सकता है, जिसके लिए राजस्थान सरकार को सारे साधन केंद्र की ओर से उपलब्ध करवाने के बावजूद भी बचाव के उपाय नहीं किए जा रहे हैं.
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लोगों को मनरेगा में नहीं मिल रोजगार...
वहीं, विधायक ने सिणधरी क्षेत्र के भाटा से अलग हुई धूड़िया मोती सिंह और सिवाना के मेली ग्राम पंचायतों से अलग हुई खाखरलाई गांव के लोगों को मनरेगा योजना के अंतर्गत रोजगार नहीं मिल रहा है. विधायक ने बताया कि, इस समस्या से कलेक्टर सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है. इसके बावजूद भी रोजगार को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है.
कांग्रेस पर भेदभाव के लगाए आरोप...
विधायक ने कांग्रेस सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि, सिवाना विधानसभा में अभी तक एक किलोमीटर का भी सड़क सैंक्शन नहीं की है. साथ ही कई अन्य विधानसभाओं पर बड़ी संख्या में ट्यूबवेल लगाए जा रहे है पर सिवाना विधानसभा में एक हैंडपंप तक नहीं लगाया है. राजस्थान सरकार निर्दलीय विधायकों से झूठे वादे करके उनको कांग्रेस में शामिल कर लिया है, लेकिन उनको मंत्री नहीं बनाया और अब सभी को बंदी बना के रखा हुआ है.