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कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने डॉ. मुखर्जी की जयंती पर गोशाला जाकर गायों को खिलाया गुड़-चारा - Shri Ramdev Gaushala

बाड़मेर के बालोतरा में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री ने सोमवार को विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया. जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ श्री रामदेव गौशाला में जाकर गायों को गुड़ और हरा चारा खिलाया.

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कृषि राज्यमंत्री ने डॉ. मुखर्जी की जयंती पर गायों को खिलाया गुड़-चारा
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Published : Jul 7, 2020, 12:46 AM IST

बालोतरा (बाड़मेर). केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने सोमवार को विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया. श्रावण मास के पहले सोमवार की धार्मिक महत्ता के कारण केंद्रीय मंत्री चौधरी ने सोमवार सुबह जल्दी उठकर श्री नीलकंठ महादेव मंदिर होटलू व अन्य भगवान शिव के मंदिरों में शिवलिंग पर जल और पंचामृत चढ़ाया.

इस दौरान कृषि राज्यमंत्री ने भगवान भोलेनाथ से देश-प्रदेश सहित सम्पूर्ण विश्व को कोरोना मुक्त करने की कामना की. इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर बेलपत्र के पौधे भी रोपे.

इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ श्री रामदेव गौशाला में जाकर गायों को गुड़ और हरा चारा खिलाया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का देश में एक विधान, एक निशान होने का सपना था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर डॉ. मुखर्जी के सपने को पूरा किया है. साथ ही उन्होंने वृक्षारोपण कर पर्यावरण को समृद्ध करने और मुखर्जी के आदर्शों पर चल कर राष्ट्रहित में कार्य करने का आह्वान किया.

पढ़ें: बाड़मेर: बालोतरा में डॉक्टर भी आया कोरोना पॉजिटिव, 23 नए मामले आए सामने

इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष महेश बी चौहान, नगरपरिषद सभापति सुमित्रा जैन, जिला मंत्री भरत मोदी, खेताराम प्रजापत, शहर मडंल अध्यक्ष अमराराम सुंदेशा, हितेश पटेल, राजेशपुरी सहित कई पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहें.

बता दें कि डॉ.मुखर्जी का जन्म 1901 में कोलकाता के एक संपन्न परिवार में हुआ था. उनके पिता इलाके के प्रतिष्ठित शख्सियत थे. मुखर्जी ने 1917 में मैट्रिक पास की और 1921 में बीए. वहीं लॉ की डिग्री 1923 में पूरी करने के बाद मुखर्जी ब्रिटेन चले गए. 1926 में बैरिस्टर बनके लौटे और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में जनसंघ की स्थापना की. वो दो विधान और दो झंडों के सिद्धांत के खिलाफ थे.

कश्मीर नीति को लेकर उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जमकर घेरा था. वहीं 1953 में वो बिना परमिशन कश्मीर यात्रा पर चले गए थे. जहां उनको गिरफ्तार कर नजरबंद कर दिया गया था. वहीं 23 जून 1953 को रहस्यमयी परिस्थितियों में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत हो गई थी.

बालोतरा (बाड़मेर). केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने सोमवार को विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया. श्रावण मास के पहले सोमवार की धार्मिक महत्ता के कारण केंद्रीय मंत्री चौधरी ने सोमवार सुबह जल्दी उठकर श्री नीलकंठ महादेव मंदिर होटलू व अन्य भगवान शिव के मंदिरों में शिवलिंग पर जल और पंचामृत चढ़ाया.

इस दौरान कृषि राज्यमंत्री ने भगवान भोलेनाथ से देश-प्रदेश सहित सम्पूर्ण विश्व को कोरोना मुक्त करने की कामना की. इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर बेलपत्र के पौधे भी रोपे.

इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ श्री रामदेव गौशाला में जाकर गायों को गुड़ और हरा चारा खिलाया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का देश में एक विधान, एक निशान होने का सपना था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर डॉ. मुखर्जी के सपने को पूरा किया है. साथ ही उन्होंने वृक्षारोपण कर पर्यावरण को समृद्ध करने और मुखर्जी के आदर्शों पर चल कर राष्ट्रहित में कार्य करने का आह्वान किया.

पढ़ें: बाड़मेर: बालोतरा में डॉक्टर भी आया कोरोना पॉजिटिव, 23 नए मामले आए सामने

इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष महेश बी चौहान, नगरपरिषद सभापति सुमित्रा जैन, जिला मंत्री भरत मोदी, खेताराम प्रजापत, शहर मडंल अध्यक्ष अमराराम सुंदेशा, हितेश पटेल, राजेशपुरी सहित कई पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहें.

बता दें कि डॉ.मुखर्जी का जन्म 1901 में कोलकाता के एक संपन्न परिवार में हुआ था. उनके पिता इलाके के प्रतिष्ठित शख्सियत थे. मुखर्जी ने 1917 में मैट्रिक पास की और 1921 में बीए. वहीं लॉ की डिग्री 1923 में पूरी करने के बाद मुखर्जी ब्रिटेन चले गए. 1926 में बैरिस्टर बनके लौटे और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में जनसंघ की स्थापना की. वो दो विधान और दो झंडों के सिद्धांत के खिलाफ थे.

कश्मीर नीति को लेकर उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जमकर घेरा था. वहीं 1953 में वो बिना परमिशन कश्मीर यात्रा पर चले गए थे. जहां उनको गिरफ्तार कर नजरबंद कर दिया गया था. वहीं 23 जून 1953 को रहस्यमयी परिस्थितियों में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत हो गई थी.

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