बाड़मेर. लोकसभा चुनाव आते ही राजनेताओं को किसानों की याद आने लगी है. मंत्री हरीश चौधरी ने कहा है कि किसानों को फसल बीमा क्लेम के 250 करोड़ के बदले एक हजार करोड़ रुपए दिलाए जाएंगे. इसके लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं.
दरअसल बाड़मेर के कुल 27 सौ गांव में से 2500 को अकाल ग्रस्त घोषित कर दिया गया है. किसान और मवेशी पानी की एक एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. हालात यहां तक बिगड़ गए हैं सीमावर्ती कई इलाकों में मवेशी मार रहे हैं. इसी बीच किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवा रखा था. लेकिन अब बीमा कंपनी भी किसानों के साथ धोखा करती नजर आ रही है. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने आरोप लगाया है कि बाड़मेर जिले के किसानों के 1000 करोड़ रुपए इंश्योरेंस कंपनियों ने रोक लिए हैं.
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान शनिवार को बाड़मेर पहुंचे. उन्होंने कहा कि इस वक्त राजस्थान के बाड़मेर के किसानों की हालत बेहद खराब है. वहीं इंश्योरेंस कंपनी ने एक हजार करोड़ पर रोक लिए हैं. कंपनी सिर्फ ढाई सौ करोड़ रुपए देना चाहती है. कांग्रेस सरकार पूरी तरीके से इस मामले पर कंपनी पर दबाव बना रही है.
इंश्योरेंस की राशि को लेकर पिछले कुछ दिनों से बाड़मेर जिला प्रशासन ने भी कंपनी पर दबाव बनाया है. वहीं सरकार भी कंपनी पर दबाव बना रही है. बीमा कंपनी ने यह तर्क देकर किसानों का पैसा रोक दिया है कि यहां के किसानों ने पूरी तरीके से बुवाई नहीं की थी. जबकि हकीकत कुछ और है. किसानों का कहना है कि उन्होंने पूरी बुवाई की है लेकिन कंपनी अब पैसा देने से बचने के लिए किसानों पर यह झूठा आरोप लगा रही है.