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रबी सीजन-2020 में 1.13 लाख करोड़ का एमएसपी भुगतान, पिछले साल से 31 फीसदी अधिक : कैलाश चौधरी

कृषि कानून के बाद एमएसपी को लेकर लगातार विवाद हो रहे हैं. जिसके बाद बुधवार को केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने 721 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों और प्रतिनिधियों को कृषि सुधार कानूनों के संबंध में संबोधित किया. केंद्र सरकार की विभिन्न कृषि और किसान कल्याण से जुड़ी योजनाओं के उचित क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत और सकारात्मक संवाद हुआ.

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मंत्री कैलाश चौधरी ने केंद्रों के प्रतिनिधियों को कृषि सुधार कानूनों के संबंध में किया संबोधित
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Published : Oct 7, 2020, 6:33 PM IST

बाड़मेर. केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि एमएसपी को लेकर देश में चल रही अफवाहों के बावजूद मोदी सरकार ने पिछले सीजन की तुलना में इस बार 31 फीसदी एमएसपी भुगतान अधिक किया है.

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 721 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों और प्रतिनिधियों को कृषि सुधार कानूनों के संबंध में संबोधित किया. कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि कृषि सुधार विधेयकों की वास्तविकता को अपने अपने क्षेत्र में स्थानीय भाषा में किसानों को बताएं. इस दौरान कानून से जुड़े प्रत्येक पहलू और केंद्र सरकार की विभिन्न कृषि और किसान कल्याण से जुड़ी योजनाओं के उचित क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत और सकारात्मक संवाद हुआ.

पढ़ें- चौथे चरण के लिए बाड़मेर की 60 पंचायतों में पंच और सरपंच का नामांकन शुरू, 10 अक्टूबर को मतदान

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि रबी सीजन 2020 के दौरान किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी करते हुए कुल 1.13 लाख करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है. ये पिछले साल के एमएसपी भुगतान की तुलना में 31 प्रतिशत अधिक है.

न्यूनतम समर्थन मूल्य के मसले को लेकर देश में विपक्ष की ओर से की जा रही राजनीति के बीच रबी फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी करके केंद्र सरकार ने किसानों की आशंका दूर करने का काम किया है कि नए कृषि सुधार कानून से एमएसपी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने जोर देते हुए कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद पहले की तरह जारी रहेगी. कैलाश चौधरी ने दावा किया कि कोरोना काल में लाए गए कृषि से जुड़े तीन अहम अध्यादेश किसानों के हित में है.

पढ़ें- बाड़मेर: दो पक्षों में हुए विवाद मामले में करणी सेना की एंट्री...प्रशासन को दिया 10 दिन का अल्टीमेटम

चौधरी ने बताया कि साल 2009-14 की तुलना में, पिछले छह साल में दलहनी फसलों के लिए किसानों को एमएसपी भुगतान 75 गुना बढ़ा है. पिछले 5 साल में 645 करोड़ रुपए के मुकाबले 49 हजार करोड़ रुपए एमएसपी का भुगतान किया गया है. इसी तरह साल 2009-14 की तुलना में पिछले पांच वर्षों के दौरान तिलहन के किसानों के लिए एमएसपी भुगतान 10 गुना बढ़ा है.

पिछले 5 साल में 2,460 करोड़ रुपए के मुकाबले 25 हजार करोड़ रुपए एमएसपी भुगतान किया गया. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि इस साल रबी-2020 में गेहूं, धान, दलहन और तिलहन को मिलाकर किसानों को एक लाख 13 हजार करोड़ रुपये एमएसपी के रूप में भुगतान किया गया. यह राशि पिछले साल की तुलना में 31 फीसदी ज्यादा है.

बाड़मेर. केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि एमएसपी को लेकर देश में चल रही अफवाहों के बावजूद मोदी सरकार ने पिछले सीजन की तुलना में इस बार 31 फीसदी एमएसपी भुगतान अधिक किया है.

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 721 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों और प्रतिनिधियों को कृषि सुधार कानूनों के संबंध में संबोधित किया. कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि कृषि सुधार विधेयकों की वास्तविकता को अपने अपने क्षेत्र में स्थानीय भाषा में किसानों को बताएं. इस दौरान कानून से जुड़े प्रत्येक पहलू और केंद्र सरकार की विभिन्न कृषि और किसान कल्याण से जुड़ी योजनाओं के उचित क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत और सकारात्मक संवाद हुआ.

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कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि रबी सीजन 2020 के दौरान किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी करते हुए कुल 1.13 लाख करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है. ये पिछले साल के एमएसपी भुगतान की तुलना में 31 प्रतिशत अधिक है.

न्यूनतम समर्थन मूल्य के मसले को लेकर देश में विपक्ष की ओर से की जा रही राजनीति के बीच रबी फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी करके केंद्र सरकार ने किसानों की आशंका दूर करने का काम किया है कि नए कृषि सुधार कानून से एमएसपी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने जोर देते हुए कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद पहले की तरह जारी रहेगी. कैलाश चौधरी ने दावा किया कि कोरोना काल में लाए गए कृषि से जुड़े तीन अहम अध्यादेश किसानों के हित में है.

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चौधरी ने बताया कि साल 2009-14 की तुलना में, पिछले छह साल में दलहनी फसलों के लिए किसानों को एमएसपी भुगतान 75 गुना बढ़ा है. पिछले 5 साल में 645 करोड़ रुपए के मुकाबले 49 हजार करोड़ रुपए एमएसपी का भुगतान किया गया है. इसी तरह साल 2009-14 की तुलना में पिछले पांच वर्षों के दौरान तिलहन के किसानों के लिए एमएसपी भुगतान 10 गुना बढ़ा है.

पिछले 5 साल में 2,460 करोड़ रुपए के मुकाबले 25 हजार करोड़ रुपए एमएसपी भुगतान किया गया. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि इस साल रबी-2020 में गेहूं, धान, दलहन और तिलहन को मिलाकर किसानों को एक लाख 13 हजार करोड़ रुपये एमएसपी के रूप में भुगतान किया गया. यह राशि पिछले साल की तुलना में 31 फीसदी ज्यादा है.

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