समदड़ी(बाड़मेर). क्षेत्र में करीब 1 दर्जन से अधिक पहाड़ों पर ब्लास्टिंग के जरिए पत्थर काटने का कार्य लंबे समय से चल रहा है, बारूद से होने वाली ब्लास्टिंग से पत्थर उछलकर लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं, वहीं ब्लास्टिंग के कारण कई लोग अपने खून पसीने की कमाई से बनाए हुए आशियाने छोड़कर दूसरी जगह पलायन करने को मजबूर हो गए, शिकायतों के बावजूद स्थानीय प्रशासन एवं उच्चाधिकारियों के कार्रवाई नहीं करने से दिन-ब-दिन खनन माफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. ललेची माता मंदिर की पहाड़ी पर जलदाय विभाग एलएनटी की पाइपलाइन जलदाय विभाग की टंकी जो पूरे कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में पानी की जलापूर्ति करती है.
माताजी के मंदिर के पास पहाड़ी क्षेत्र में खनन माफियाओं द्वारा अमोनियम नाइट्रेट जैसे विस्फोटक पदार्थों का इस्तेमाल करके ब्लास्टिंग के जरिए पत्थर तोड़ने का कार्य किया जा रहा है. धमाका इतना जबरदस्त होता है कि घरों के खिड़की दरवाजे तक हिल जाते हैं, वही धमाके के बाद कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी उसकी गूंज सुनाई देती है, इन धमाकों से पास में बने जलदाय विभाग के क्वार्टर बने हुए हैं जहां देखरेख के लिए 10 से 12 कर्मचारी हर वक्त मौजूद रहते हैं. जब धमाके होते हैं तो वहां से पत्थर उछलकर क्वार्टरों तक पहुंचते हैं, जलदाय विभाग के कर्मचारी ने बताया कि कई बार स्थानीय प्रशासन और जिला मुख्यालय प्रशासन को इस समस्या को लेकर अवगत करवाया.
लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने के कारण यह खनन माफिया जब मर्जी चाहे तब बारूद लगाकर यहां ब्लास्टिंग करते हैं. समय रहते इन को नहीं रोका गया तो पूरे कस्बे सहित क्षेत्र की जलापूर्ति ठप हो जाएगी वहीं कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, बालोतरा रोड स्थित अडयारी भाकरी के पास भी पहाड़ी क्षेत्र में पहाड़ों पर नियमो को ताक में रखकर खनन माफिया द्वारा ब्लास्टिंग के जरिए पत्थरो का खनन कर रहे हैं, वहीं पास से गुजर रही रेलवे लाइन होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वह आपको बता दें कि कुछ वर्ष पहले जिले के बायतु क्षेत्र में भारी संख्या में (अमोनियम नाइट्रेट) विस्फोटक सामग्री पुलिस ने जब्त की थी जिसके तार इसी समदड़ी कस्बे से जुड़े हुए थे.