सिवाना (बाड़मेर). जिले के सिवाना उपखंड मुख्यालय पर कस्बे सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए युवाओं ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में वाल्मीकी समाज की बेटी के साथ अमानवीय व्यवहार को लेकर बुधवार को स्व. पीड़िता को श्रद्धांजलि देकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही सिवाना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में बताया कि गांव के कुछ दंबगों और असामाजिक तत्वों की ओर से उसका सामूहिक दुष्कर्म किया और जान से मारने की नियत से उसकी रीढ़ की हड्डी और गले की हड्डी तोड़ दी. पीड़िता बयान नहीं दें सके इसलिए उन दरिंदो ने पीड़िता की जीभ काट दी.
घटना के करीब 15 दिनों तक जिंदगी ओर मौत से लड़ रही पीड़िता का 29 सितम्बर को निधन हो गया. ग्रामीणों ने ज्ञापन में इस नींदनीय एवं अमानवीय घटना से पूरे देश में समस्त मानवतावादी सगंठनों ने रोष व्याप्त किया. वहीं, ज्ञापन में बताया कि सरकार के उन नारों का क्या हुआ, जिसमें ये कहा गया था कि "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ", लेकिन वर्तमान समय में आए दिन जिस प्रकार से देश भर में इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही है उन पर अंकुश लगे इसके लिए सरकार को कठोर कानून बनाना चाहिए.
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साथ ही ज्ञापन में बताया की दुष्कर्म के अपराधियों को कठोर सजा नहीं मिलने की वजह से बेखौफ इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते हैं. वहीं ग्रामीणों ने अपने हाथों में ली तख्तियों में पीड़िता को इंसाफ दिलाने और अपराधियों को तुरंत प्रभाव से फांसी की सजा दिलवाने की मांग की.
इस मौके पर भीम आर्मी अध्यक्ष रमेश बोस, अम्बेडकर विकास सस्था अध्यक्ष अखिलेश परिहार, भारतीय स्वाभिमान परिषद ब्लॉक सहजोयक ओम प्रकाश नामा, वस्त्र व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष गणपत चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद रहे.