बाड़मेर. जिले के अलग-अलग उपखंड क्षेत्रों में केयर्न वेदांता और पीएचडी की ओर से लगाए गए आरओ प्लांट पर लगे कार्मिकों को करीब 18 माह से मानदेय नहीं मिल रहा है. ऐसे में मानदेय न मिलने से परेशान कार्मिकों ने गुरुवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा को ज्ञापन सौंपकर मानदेय दिलाने की मांग की.
जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन में कार्मिकों ने बताया कि पिछले 18 माह से ऑपरेटरों और टेक्नीशियन को वेतन नहीं मिल पाया है. जिसकी वजह से उनके परिवार का खर्चा चलाना मुश्किल हो गया है. वेतन ना मिलने से आहत आरओ प्लांट के ऑपरेटर में कई बार कंपनी के आला अधिकारियों को अवगत करवाने के साथ वार्ता की लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा हैं. जिससे महंगाई के दौर में कार्मिक काफी परेशानी में हैं.
पढ़ें- उपचुनाव का रण : कांग्रेस की मजबूत किलेबंदी, स्टार प्रचारकों के बाद हर सीट पर उतारेगी 100-100 प्रचारक
जिले भर के विभिन्न क्षेत्रों से बाड़मेर जिला मुख्यालय से आरओ प्लांट ऑपरेटर और टेक्नीशियन ने जिला कलेक्टर को सौंपा. ज्ञापन में लापरवाह कंपनी पर कानून कार्रवाई कर बकाया मानदेय दिलाने की मांग की. गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने जीवन अमृत परियोजना के तहत केयर्न -वेदांता पीएचडी और वाटर लाइफ फौंट्स की ओर से बाड़मेर जिले में 333 आरओ प्लांट लगाए जाने थे. जिसमें वाटर लाइफ की ओर से 72 आरओ प्लांट लगाए गए थे. इन आरओ प्लांट में साल 2016 से 2020 तक करीब 90 ऑपरेटर और टेक्नीशियन कार्य कर रहे हैं इन कार्मिकों को पिछले 18 माह से वेतन नहीं मिल पाया है.