बाड़मेर. प्रदेश भर में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मरीजों को देखते हुए स्वास्थय विभाग ने प्रदेश भर में गुटखा, मीठी सुपारी और अन्य केमिकल युक्त प्रोडक्ट को बंद कर दिया है. ऐसे में स्वास्थय विभाग की ओर से बाड़मेर में लगातार जांच-पड़ताल की जा रही है. वहीं, स्वास्थय विभाग की टीम ने अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई करते हुए गुटखों के सैंपल लिए.
बता दें कि बाड़मेर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर में सुपारी और पान मसाला प्रतिष्ठानों पर राज्य सरकार के पान मसाला और फ्लेवर्ड सुपारी के प्रतिबंध के कारण कार्रवाई की गई. वहीं, अचानक से की गई कार्रवाई से पान मसाला और सुपारी व्यापारियों में हड़कंप मच गया. जानकारी के अनुसार कार्रवाई होते देख कई दुकानदारी शटर बंद करके चले गए.
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वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रतिबंधित पान मसाला और फ्लेवर्ड सुपारी को लेकर खाद्य सुरक्षा कानून के तहत 3 प्रतिष्ठानों के सैंपल लिए गए. उन्होंने बताया कि इस लिए गए सैंपल को लैब में भेजा जाएगा. कमलेश चौधरी ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद शहर में पान मसाला और सुपारी की विभिन्न ब्रांडों पर नजर रखी जा रही है. वहीं, इसके अलावा खुलेआम खाद्य सामग्री बेचने वालों को पाबंद किया गया है.
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने महात्मा गांधी के जयंती के मौके पर राज्य में पान मसाला और तंबाकू पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया. राज्य सरकार ने मैग्निशियम कार्बोनेट, निकोटिन, तंबाकू और मिनरल ऑयल युक्त पान मसाला और फ्लेवर्ड सुपारी के उत्पादन, भंडार वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी है. जिसके बाद प्रदेश भर में स्वास्थ्य विभाग की टीम अब कार्रवाई करना शुरू कर दी है.