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बाड़मेर: दो पक्षों में हुए विवाद मामले में करणी सेना की एंट्री...प्रशासन को दिया 10 दिन का अल्टीमेटम

बाड़मेर के बरसिंगा गांव में को दो गुटों में हुए आपसी विवाद मामले में अब श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की एंट्री हो गई है. श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की बाड़मेर इकाई ने शिव खंड मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही10 दिनों के अंदर निष्पक्ष जांच का अल्टीमेटम दिया है.

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दो पक्षों में हुए विवाद मामले में करणी सेना की एंट्री
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Published : Sep 25, 2020, 3:48 PM IST

बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले की उपखंड क्षेत्र के बरसिंगा गांव में 20 सितंबर को तारीख को दो गुटों में आपसी विवाद हुआ था, जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई थी. अब इस घटना को लेकर दोनों पक्षों में जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाया जा रहा है. इसी बीच अब इस मामले में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की भी एंट्री हो गई है. श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की बाड़मेर इकाई ने शिव खंड मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और अल्टीमेटम दिया है कि 10 दिन के अंदर निष्पक्ष जांच हो.

बाड़मेर विवाद में करणी सेना की एंट्री

इस दौरान श्री राजपूत करणी सेना ने यह भी आरोप लगाया है कि इस विवाद में 65 साल के बुजुर्ग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस और प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. श्री राजपूत करणी सेना की ओर से उपखंड मुख्यालय पर रैली का आयोजन किया गया. जिसमें बाड़मेर और जैसलमेर के नेता और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर गए और उसके बादउपखंड अधिकारी को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है.

यह भी पढ़ें- डूंगरपुर: उपद्रवियों ने फिर किया पथराव, दर्जनों वाहनों में लगाई आग, पुलिस ने भागकर बचाई जान

गौरतलब है कि इस पूरे विवाद में जमीन को लेकर इसी महीने की 20 तारीख को दो पक्ष आमने-सामने हो गए थे. जिसके बाद जबरदस्त तरीके से हिंसा की घटना हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. इस घटना को लेकर दलित नेताओं ने सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की थी और अब इस पूरे मामले में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की ओर से भी लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है. पहले बाड़मेर जिला मुख्यालय पर इसी मामले को लेकर राजपूत समाज की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया था और आब इस मामले को लेकर जिले के उपखंड अधिकारी को मामले की निष्पक्ष जांच के लिए ज्ञापन सौंपा है.

बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले की उपखंड क्षेत्र के बरसिंगा गांव में 20 सितंबर को तारीख को दो गुटों में आपसी विवाद हुआ था, जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई थी. अब इस घटना को लेकर दोनों पक्षों में जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाया जा रहा है. इसी बीच अब इस मामले में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की भी एंट्री हो गई है. श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की बाड़मेर इकाई ने शिव खंड मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और अल्टीमेटम दिया है कि 10 दिन के अंदर निष्पक्ष जांच हो.

बाड़मेर विवाद में करणी सेना की एंट्री

इस दौरान श्री राजपूत करणी सेना ने यह भी आरोप लगाया है कि इस विवाद में 65 साल के बुजुर्ग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस और प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. श्री राजपूत करणी सेना की ओर से उपखंड मुख्यालय पर रैली का आयोजन किया गया. जिसमें बाड़मेर और जैसलमेर के नेता और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर गए और उसके बादउपखंड अधिकारी को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है.

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गौरतलब है कि इस पूरे विवाद में जमीन को लेकर इसी महीने की 20 तारीख को दो पक्ष आमने-सामने हो गए थे. जिसके बाद जबरदस्त तरीके से हिंसा की घटना हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. इस घटना को लेकर दलित नेताओं ने सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की थी और अब इस पूरे मामले में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की ओर से भी लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है. पहले बाड़मेर जिला मुख्यालय पर इसी मामले को लेकर राजपूत समाज की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया था और आब इस मामले को लेकर जिले के उपखंड अधिकारी को मामले की निष्पक्ष जांच के लिए ज्ञापन सौंपा है.

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