चौहटन (बाड़मेर). चौहटन तहसील के एक गांव में एक निजी क्लीनिक संचालित करने वाले डॉक्टर के लापरवाही की वजह से एक मासूम बच्चे की जान चली गई. मासूम के परिजनों का आरोप है कि शनिवार को हल्की खांसी और जुखाम के चलते परिजन उसे डॉक्टर को दिखाने पहुंचे. डॉक्टर ने जैसे ही बच्चे को इंजेक्शन लगाया, तुरंत बच्चा तड़प-तड़पकर रोने लगा और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई.
ऐसे में परिजन और समाज के लोगों ने जबरदस्त तरीके से हंगामा खड़ा कर दिया और क्लीनिक संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. उसके बाद सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे मामले को शांत करवाया.
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वहीं परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया और निजी क्लीनिक संचालक के खिलाफ जांच शुरू की.
कोरोना टीकाकरण शिविर के लिए पोस्टर का विमोचन
कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण को सफल बनाने को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता नजर आ रही है. वहीं क्षेत्र भर में 60 साल से ऊपर के लोगों को कोराना के टीकाकरण के बाद लोगों में टीकाकरण के प्रति खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में अब 45 से 60 साल तक के उम्र के लोगों को जागरुक करने के लिए स्थानीय प्रशासन सहित ग्राम पंचायतों पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसके फलस्वरूप टीकाकरण सेंटरों पर लोगों का हुजूम उमड़ रहा है.
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कोरोना टीकाकरण शिविर आयोजन को लेकर ग्राम पंचायत पाऊं में सरपंच और उप सरपंच द्वारा शिविर का डोर-टू-डोर प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को शिविर में टीकाकरण के लिए आने की अपील कर टिका लगवाने को लेकर लाउड स्पीकर से माइक बजाकर जागरुक किया गया. सरपंच वागाराम देवासी ने बताया, शिविर में 45 साल से 59 साल या 60 साल से ऊपर सभी ग्रामीणों के कोविड शील्ड की प्रथम डोज के टीके लगवाए जाएंगे. वहीं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में ग्रामीणों को जागरुक कर योजना का लाभ उठाने के लिए अपील की गई.