बाड़मेर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल शुक्रवार को बाड़मेर दौरे पर रहे. वे जिला मुख्यालय पर लाबड़ा मामले को लेकर दलित आदिवासियों के चल रहे धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए. इस दौरान पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाते हुए बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी इस मामले को बड़े स्तर पर उठाएगी.
मीडिया से रूबरू होते हुए आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि लाबड़ा मामले में जिस तरह से अतिक्रमण हटाने के नाम पर समाज की बहन-बेटियों को बेइज्जत करके उनको घरों से निकाला, बुलडोजर और जेसीबी चला दी गई, इनको थाने मे बंद किया और दूसरी तरफ अन्य अवैध अतिक्रमण को नहीं हटाया गया, ये इस ओर इशारा करता है कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कोई फर्क नहीं है. कांग्रेस सरकार भी दलित विरोधी है. जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी की सरकार राजस्थान में दलित विरोधी काम करती थी, कांग्रेस भी उसकी परिपाटी पर चल रही है.
बेनीवाल ने कहा कि यह जो पीड़ित परिवार है, इनके पुनर्वास के साथ बड़ा आर्थिक पैकेज राजस्थान की सरकार दे और जिस तरह से इन लोगों के अतिक्रमण हटाए गए हैं. वहां पर दूसरी किसी भी जाति के अतिक्रमण हैं, उन्हें भी हटाया जाए. यह मांग इनके साथ हम भी करते हैं. उन्होंने कहा कि पंचायती राज राज चुनाव चल रहे हैं. इस मामले को हम राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन चुनाव के बाद हम इस मामले को लेकर बाड़मेर कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे.
उन्होंने कहा कि जब तक समाज के लोगों को न्याय नहीं मिलता, तब तक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी इनके साथ है. उन्होंने कहा कि दलित अत्याचार और राजस्थान अपराध में महिला और दूसरे अपराधों में उत्तर प्रदेश से आगे चला गया और यह सबसे बड़ा कारण है कि वसुंधरा गहलोत का गठबंधन है. एक दूसरे की मदद करते हैं. एक बार आप, एक बार आप आ जाओ, यह पता नहीं एक दूसरे का क्या नाता है.
गौरतलब है कि बाड़मेर जिला मुख्यालय पर गडरा तहसील की लाबड़ा गांव में गैर मुमकिन गोचर भूमि से प्रशासन ने अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई करते हुए कई दलित आदिवासियों के घरों को तोड़कर बेघर कर दिया था. वहीं दलित समाज ने प्रशासन की इस कार्रवाई को गलत करार देते हुए जिला मुख्यालय पर करीबन 117 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं.