बालोतरा (बाड़मेर). उपखंड स्तर के सबसे बड़े राजकीय नाहटा अस्पताल ने केंद्र की लक्ष्य योजना में 89 प्रतिशत अंक हासिल कर राजस्थान में पहला और देश में चौथा स्थान हासिल किया है. अस्पताल को पहला स्थान हासिल करने के लिए प्रमाण पत्र और लेबर और ऑपरेशन कक्ष में सुविधाओं के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
बता दें कि, कुछ दिन पहले लक्ष्य योजना के तहत केंद्रीय टीम ने नाहटा अस्पताल का निरीक्षण कर बारीकियों से जांच की थी और एक रिपोर्ट बनाई थी. उस रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल को 89 प्रतिशत अंक दिए गए थे.
तीन साल तक मिलेंगे छह-छह लाख रुपए
पीएमओ बलराजसिंह ने बताया कि, केंद्रीय टीम की रिपोर्ट के बाद अस्पताल को लक्ष्य योजना के तहत चयनित किया गया है. अस्पताल के अव्वल रहने पर विभाग से प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा. हर छह महीने के बाद टीम की ओर से अस्पताल जांचा जाएगा. अगर व्यवस्थाएं अच्छी रही तो, अस्पताल को तीन साल तक हर साल छह लाख प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. इसमें लेबर रूम को तीन लाख और ऑपरेशन थियेटर को तीन लाख प्रोत्साहन राशि मिलेगी. ये राशि उपकरण खरीदने और स्टाफ के लिए काम में ली जाएगी.
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क्यों टॉप पर रहा अस्पताल ?
अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. अस्पताल परिसर में साफ-सफाई के लिए पौने दो लाख की पोछा(प्लोर) मशीन उपयोग की जाती है. इसके साथ ही अलग-अलग कलर की चादर भी खरीदी गई है. सप्ताह के हर दिन अलग-अलग कलर की चादर बिछाई जाती है. इसके साथ ही अस्पताल परिसर में छह पटिट्यां उकेरी गई है. इन पट्टियों के बीच से मरीज और उनके परिजन वार्ड या कक्ष तक पहुंच सकते हैं. इसके साथ ही प्रसुताओं को इमरजेंसी में निशुल्क रक्त की सुविधा उपलब्ध है. लेबर और ऑपरेशन थियेटर पूरी तरह से एयरकंडीशनिंग है.
सप्ताह भर तक नींद नहीं ले सका अस्पताल प्रशासन
राजकीय नाहटा अस्पताल प्रशासन ने लक्ष्य योजना के तहत चयनित होने के लिए जीतोड़ मेहनत की थी. अस्पताल के लेबर और ऑपरेशन कक्ष की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया था. पिछले माहीने जनवरी में केंद्रीय टीम के निरीक्षण को लेकर एक सप्ताह पहले से अस्पताल प्रशासन पूरी तैयारी में जुट गया था. सप्ताह भर तक अस्पताल स्टाफ नींद तक नहीं ले सका था. पीएमओ के नेतृत्व में स्टाफ ने हर वार्ड और कक्ष का गुणात्मक सुधार किया. जिसका श्रेय अस्पताल के पुरे स्टाफ को जाता हैं.