बाड़मेर की शिक्षिका गीता सोलंकी को मिलेगा राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार - National Teacher Award Latest News
शिक्षकों को दिए जाने वाले राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. 47 शिक्षकों की सूची में इस बार राजस्थान से एक शिक्षिका को चयनित किया गया है.
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बाड़मेर. देशभर में विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करने वाले 47 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा. राजस्थान से एकमात्र बाड़मेर की शिक्षिका गीता सोलंकी का चयन हुआ है. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होने वाली गीता सोलंकी का सफर संघर्ष भरा रहा. गीता ने स्कूल के लिए अपने हिस्से की 3 बीघा जमीन तक दान में दे दी.
शिक्षा विभाग, भारत सरकार की ओर से देश में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा की गई है. पूरे देश में विभिन्न क्षेत्रों से बेहतरीन कार्य करने वाले 47 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा. राजस्थान में एकमात्र बाड़मेर की शिक्षिका गीता सोलंकी का चयन हुआ है.
गीता बाड़मेर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सरूपोणी मालियों का वास में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं. गीता का राष्ट्रीय पुरस्कार में चयन होने के बाद से ही गीता को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है और गीता की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है.
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राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित होने वाली गीता सोलंकी बताती हैं कि शुरू से ही उसे पढ़ने की इच्छा थी, लेकिन कभी उसने पढ़ने जैसा माहौल नहीं मिला. इसके बावजूद भी गीता ने कभी अपने हौसलों को खामोश नहीं होने दिया. गीता ने बताया कि उसने ससुराल में एक नीम के नीचे स्कूल शुरू कर दी और उसके बाद अपने ससुर से अपने हिस्से की 3 बीघा जमीन लेकर सरकारी स्कूल बनवा दिया.
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विद्यालय निर्माण हेतु विभाग को सौंपकर इस विद्यालय का पुनर्निर्माण करने वाली गीता जी का बालिका शिक्षा के क्षेत्र में योगदान और स्वयं की शिक्षा ग्रहण करने की कहानी भी अत्यंत प्रेरणास्पद है।(2/2) @rajeduofficial
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— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) August 22, 2020
गीता सोलंकी ने हमेशा पढ़ाई में नवाचार किया और उसी की बदौलत राष्ट्रपति से वह सम्मानित होने जा रही हैं. गीता का कहना है कि कबाड़ से जुगाड़ बना कर वह बच्चों को सिखाती और पढ़ाती हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों को हमेशा कुछ नया सीखने का जुनून होता है और उसी जुनून ने आज उसे इस मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया है.