बाड़मेर. कृषि मंत्रालय में दस हजार नए कृषक उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organization) के गठन और संवर्धन को लेकर प्रगति समीक्षा बैठक हुई. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) की अध्यक्षता में हुई बैठक में एफपीओ के जरिये किसानों को संगठित करने और अधिक सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर दिया गया. समीक्षा बैठक में कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
बैठक में कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी (Union Minister of State for Agriculture Kailash Choudhary) ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं. इसी के तहत कृषि क्षेत्र को भी आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. 10 हजार नए एफपीओ बनाने की योजना इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. भारतीय खेती को पूरी तरह सक्षम और और फायदेमंद बनाने में केंद्र सरकार का यह क्रांतिकारी कदम मील का पत्थर साबित होगा.
उन्होंने कहा कि देश में 10 हजार नए एफपीओ बनने से किसानों की आय बढ़ेगी, इन एफपीओ के बनने से छोटे किसानों को काफी सुविधाएं होंगी.
करोड़ों किसानों को मिलेगा एफपीओ का लाभ
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि एफपीओ के गठन से जुड़ी सभी एजेंसियां एकजुटता और समन्वय के साथ योजना को साकार करें. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य यहीं होना चाहिए कि देशभर के किसानों को इसका पूरा लाभ मिले. 10 हजार एफपीओ बनाने पर भारत सरकार 6,865 करोड़ रूपए खर्च करेगी. उन्होंने एफपीओ की ग्रेडिंग किए जाने तथा इनमें अधिकाधिक किसानों को जोड़ने की बात कही.
योजना के लिए कैलाश चौधरी ने कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) की मदद लेने को भी कहा. जिनका जिलों में अच्छा नेटवर्क है. कैलाश चौधरी ने कहा कि देशभर के लगभग 6,600 ब्लॉक हैं. इनमें हर एक में कम से कम एक एफपीओ बनाया जाएगा, जिससे किसानों को सुविधाएं मिलने के साथ खेती की गुणवत्ता भी बढ़ेगी.
चालू वित्तीय वर्ष में लगभग ढाई हजार एफपीओ बनाने का लक्ष्य रखा गया है. एफपीओ की इस स्कीम को व्यवस्थित और पारदर्शिता से क्रियान्वित करने एवं सुलभ जानकारी के लिए एकीकृत पोर्टल बनाया जाएगा.
क्या है एफपीओ
एफपीओ का मतलब है फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशंस. ये किसानों के ही संगठन होते हैं जो छोटे और सीमान्त किसानों की कई तरह से मदद करते है. ये संगठन किसानों की तकनीकि मदद, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग और सिंचाई जैसे मामलों में मदद करते हैं. एफपीओ किसान संगठन किसानों को एकजुट कर अपने कृषि उत्पादों का इंडियन कंपनीय एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन कराने में किसानों की मदद करते हैं.