बाड़मेर. जिले में लंबे समय से बंद पड़े एक ट्यूबवेल में गुरुवार को अचानक आग लग गई. जिससे पूरे गांव में दहशत का माहौल बन हो गया है. ऐसे में पुलिस और प्रशासन को इसकी सूचना दी गई. जिसपर सूचना के बाद प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन महज औपचारिकता पूरी कर वहां से चले गए.
वहीं, 2 दिन बीत जाने के बावजूद अब पीएचडी के बंद पड़े ट्यूबवेल से आग की लपटें निकल रही है. ऐसे में प्रशासन की लापरवाही ग्रामीणों पर भारी पड़ सकती है. जानकारी अनुसार सिणधरी क्षेत्र के कोशलू गांव में जलदाय विभाग के एक ट्यूबेल में दो दिन पहले अचानक आग लग गई. प्राप्त जानकारी अनुसार ये ट्यूबवेल लंबे समय से बंद पड़ा था.
ग्रामीणों ने बताया कि निजी कंपनियों की ओर से तेल खनन का कार्य किया जा रहा है. ऐसे में गैस रिसाव की वजह से यह आग लगी हुई है. स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि आग लगने की सूचना उन्होंने प्रशासन को तुरंत दे दिया था. इसके बाद उपखंड अधिकारी मौके पर पहुंचे और महज खानापूर्ति कर वहां से वापस आ गए. जबकि बीते 2 दिनों से उस ट्यूबवेल से आग निकल रही है.
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बता दें कि पीएचडी के ट्यूबवेल में आग लगने की जानकारी मिलने के बाद जिला कलेक्टर ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए थे लेकिन अधिकारी महज खानापूर्ति कर वहां से वापस लौट गए. ऐसे में बीते 2 दिनों से पानी की ट्यूबवेल से आग निकल रही है और प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. ऐसे में पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है, ऐसे में अगर समय रहते इस आग पर काबू नहीं पाया गया तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है.