बाड़मेर. जिला कलेक्टर लोक बंधु (Dm Lok Bandhu) शनिवार शाम को प्रशासनिक अमले के साथ शहर के गंगा मैया मंदिर मोहल्ले में राहुल बोहरा के घर पहुंचे. जहां कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 25 वर्षीय युवक राहुल की कोरोना से मौत हो गई थी. उन्होंने पीड़ित परिवार को दिलासा दिलाते हुए कहा कि राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ है.
उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ने कोरोना के शिकार हुए परिवारों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है. उन्होंने मृतक की विधवा को एक लाख रुपए का एकमुश्त अनुदान देने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राहुल के 1 वर्ष के मासूम बच्चे का अब राज्य सरकार सहारा बनेगी और 18 वर्ष का होने तक प्रतिमाह 2500 रुपए पेंशन दी देगी. साथ ही उसे बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई राज्य सरकार निशुल्क आवासीय विद्यालय और छात्रावास के माध्यम से दिलाएगी और 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर उसे पांच लाख की एकमुश्त सहायता उपलब्ध करवाएगी. जिला कलेक्टर ने पीड़ित परिवार को दिलासा दिलाते हुए कहा कि राहुल की पत्नी को प्रतिमाह 1500 रुपए की विधवा पेंशन भी दी जाएगी.
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इसके पश्चात जिला कलेक्टर बलदेव नगर पहुंचे, जहां 50 वर्षीय अचलाराम की पिछले दिनों कोरोना से मृत्यु हो गई थी. उन्होंने पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री की ओर से विशेष पैकेज की जानकारी दी और बताया कि अनुग्रह सहायता के अलावा मृतक के दो लड़के औऱ एक लड़की को कॉलेज में अध्ययन करने पर उसे सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित छात्रावास में प्राथमिकता के साथ प्रवेश दिया जाएगा. इसके अलावा सरकार की ओर से मिलने वाली तमाम योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.
इस दौरान जिला कलेक्टर लोक बंधु ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और इसके बच्चों को शिकार बनाने के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों का भी जायजा लिया. जिला कलेक्टर ने इंदिरा कॉलोनी के वार्ड़ संख्या 32 के आंगनवाड़ी केंद्र पहुंच बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण संबंधित जानकारी ली. उन्होंने मौके पर मौजूद एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कुपोषित बच्चों की पहचान के बारे में जानकारी ली.
उन्होंने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर में सर्वाधिक आशंका इन्हीं बच्चों के शिकार होने की है. ऐसे में उन्होंने घर-घर सर्वे कर कुपोषित बच्चों को सूचीबद्ध कर उनका उपचार आरंभ करने के निर्देश दिए. इससे पहले जिला कलेक्टर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित राजकीय संप्रेषण और किशोर गृह पहुंचे और बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली. उन्होंने बच्चों के खानपान एवं मूलभूत सुविधाओं के बारे में पड़ताल की.