बाड़मेर. पीएम मोदी के सपने को साकार करने के लिए एनसीसी की ओर से एमबीसी गर्ल्स कॉलेज में एनसीसी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत 84 गर्ल्स में भाग लिया. इसमें से 45 छात्राओं का चयन लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षा, शारीरिक जांच और स्वास्थ्य जांच के बाद वरिष्ठता के आधार पर किया गया. जब से स्टूडेंट को इस कार्यक्रम के बारे में पता चला, उसी दिन से जबरदस्त तरीके से उत्साह था. जब एनसीसी की टीम मैदान में उतरी तो नजारा यकीनन देखने लायक था. क्योंकि आमतौर पर कॉलेज की छात्राएं इस तरीके से किसी भी कार्यक्रम में भाग नहीं लेती हैं. लेकिन देश के लिए छात्राओं का जोश देखने लायक था.
एनसीसी हमें अनुशासन, राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र भक्ति सिखाता है. यह बात विचार एमबीसी राजकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय में एनसीसी की भर्ती प्रक्रिया में एनसीसी कमान अधिकारी कर्नल मनोज गुप्ता ने व्यक्त किए. इस अवसर पर काॅलेज प्राचार्य डाॅ. हुकमाराम सुथार ने बताया कि गर्ल्स कॉलेज में एनसीसी का खुलना छात्राओं को नए अवसर प्रदान करेगा. साथ ही छात्राओं के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
यह भी पढ़ें: बाड़मेरः महाविद्यालय से EVM हटाने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने सौंपा ज्ञापन
बॉर्डर के जिले में रहने वाले लोगों को ज्यादा से ज्यादा राष्ट्र भावना से जोड़ने के साथ ही आपातकालीन स्थिति में देश की रक्षा करने के लिए लोगों को जोड़ा जा रहा है. पीएम मोदी के मुताबिक सीमावर्ती और तटीय क्षेत्रों में 173 जिलों में भारतीय सेना एनसीसी कैंडिडेट को ट्रेनिंग देगी. तटीय क्षेत्रों में नौसेना प्रशिक्षण देगी और जहां भी वायु सेना के अड्डे हैं. वहां पर वायु सेना इन केडिटर को ट्रेनिंग देगी. मकसद सिर्फ इतना सा है कि बॉर्डर पर आपातकाल की स्थिति में यह नौजवान प्रशिक्षित होकर किसी भी स्थिति का मुकाबला कर सकें और देश की सेवा कर सकें.