बाड़मेर. जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेंस हॉल में जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर लम्बित राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की. इस दौरान कलेक्टर ने बकाया प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण कर राजस्व प्रशासन को दुरस्त करने के निर्देश दिए.
जिला कलेक्टर मीणा ने जिले के राजस्व अधिकारियों को अपने क्षेत्र में नियमित रूप से निरीक्षण कर पानी, बिजली, सड़क और चिकित्सा समेत मूलभूत सुविधाओं को परखने के निर्देश दिए. जिससे धरातल पर जन समस्याओं से रूबरू होकर उनका प्रभावी समाधान किया जा सके. उन्होंने सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान पर बल देने की बात कहीं. उन्होनें कहा कि पटवारी राजस्व प्रशासन की धुरी है, उन्हें ग्रामीणों के प्रति अपनी भूमिका को अधिक प्रासंगिक और जवाबदेह बनाना होगा.
उन्होंने कृर्षि भूमि पर अकृषि प्रयोजनार्थ किए जा रहे कार्यो पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने समस्त राजस्व अधिकारियों को प्रतिदिन एक घंटे तक जन सुनवाई करने के निर्देश दिए. जिससे आमजन की समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई की जा सकें.
उन्होंने राजस्व प्रशासन को चुस्त और दुरस्त करने की बात कही. उन्होंने बालोतरा, सिवाना, समदडी और अन्य स्थानों पर अवैध धुलाई केन्द्रों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने उपखंड स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित कर पानी, बिजली, चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के निर्देश दिए.
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उन्होनें उपखंड अधिकारियों को अपने ब्लॉक के कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर उपस्थिति की जांच के निर्देश दिए. जिससे प्रशासनिक सुधार किया जा सके. उन्होंने अवैध खनन की रोकथाम के लिए राजस्व अधिकारियों को मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि राजकीय भूमि का अवैध खनन होने पर खनन विभाग के साथ-साथ राजस्व प्रशासन भी अपनी कार्रवाई अमल में लाए.