बाड़मेर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट रिफाइनरी को देखने और वर्तमान हालातों की जानकारी लेने के लिए पचपदरा पहुंचे. जहां पर अशोक गहलोत ने सबसे पहले अधिकारियों और एचपीसीएल के कर्मचारियों से फीडबैक लेने के बाद मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार पर रिफाइनरी को लेकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से वसुंधरा सरकार ने 5 साल तक रिफाइनरी के प्रोजेक्ट में देरी की, ये बात पूरे देश को पता है. लेकिन अब हमारी सरकार ने इस प्रोजेक्ट को तेजी से और 2022 में पूरा करने के लिए संकल्प लिया है. बता दें कि पूर्व में अशोक गहलोत सरकार ने पचपदरा रिफाइनरी को लेकर तत्कालीन यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से 2013 में शिलान्यास करवाया था.
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लेकिन कुछ ही महीनों में सरकार बदलने के साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने यह कहते हुए इस प्रोजेक्ट को देरी में डाल दिया था कि जो एचपीसीएल के साथ करार हुआ है. वह राजस्थान सरकार के लिए घाटे का सौदा है. लिहाजा, सरकार पूरे एग्रीमेंट को रिव्यु करेगी. जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पचपदरा रिफाइनरी के कार्यक्रम का फिर से शिलान्यास किया था.
जिसके बाद तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए पैसे आवंटन किए थे. वहीं, रिफाइनरी को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि पिछली सरकार ने 5 साल देरी की है, लेकिन हम इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मैंने अपने मंत्रियों के साथ दौरा किया है और एचपीसीएल के अधिकारियों के साथ बैठक कर 2022 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए निर्देश दिए है.