बालोतरा (बाड़मेर). HPCL के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एम के सुराणा ने मुख्यमंत्री को पॉवर प्रजेंटेंशन के जरिए निर्माणाधीन प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी दी. साथ ही HRRL के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शेखर गायकवाड़ ने क्रूड ऑयल के रिफाइनरी में आने तथा तेल के रिफाइन होने की पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया. उन्होंने रिफाइनरी से निकलने वाले पेट्रो उत्पादों की विस्तार से जानकारी भी दी.
एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसपी गायकवाड़ ने देश की अन्य रिफाइनरियों तथा राजस्थान रिफाइनरी के बीच बुनियादी अंतर से अवगत कराया. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान में रिफाइनरी का निर्माण कार्य निर्धारित समय पर पूरा करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसमें किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी.
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उन्होंने इस दौरान रिफायनरी के पूरे प्रोजेक्ट की विस्तृत बिंदुवार समीक्षा की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के चरणवार कार्य उनके तय समय पर पूरे कर लिए जाएं. मुख्यमंत्री ने सभी कार्यों में अधिकतम स्थानीय लोगों को रोजगार देने के निर्देश दिए.
तकनीकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें...
मुख्यमंत्री ने रिफाइनरी के निर्माणाधीन कार्यों की प्रोजेक्टर के द्वारा विस्तृत समीक्षा की. उन्होंने कार्य निर्माण में तकनीकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि करीब एक चौथाई कार्य प्रगति पर है और करीब 20 हजार करोड़ के कार्यों की निविदा जारी की जा चुकी है और 3 हजार करोड़ रुपए अब तक व्यय हो चुके हैं. वर्तमान में यहां पर 3800 कर्मचारी नियोजित हैं और पूरी पीक सीजन में यहां करीब 35 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा.
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राजस्थान की यह रिफाइनरी देश में बनने वाली रिफाइनरियों में से सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है. नौ मिलियन टन क्षमता की यह रिफाइनरी बनने के बाद राज्य का चहुंमुखी विकास होगा.
स्थानीय लोगों को मिले रोजगार में प्राथमिकता...
राजस्थान सरकार यहां पेट्रो केमिकल हब की भी स्थापना करने जा रही है. इसके तहत बड़े क्षेत्र में औद्योगिक विकास के साथ सैकड़ों की संख्या में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना होगी. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के निर्माण में स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता दी जाएगी. यहां कौशल विकास के जरिए युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में प्रक्षिशित किया जाएगा. इससे वे पेट्रो केमिकल क्षेत्र में अपना भविष्य संवार सकेंगे.
तेल अन्वेषण के कार्य को प्राथमिकता...
रिफाइनरी का कार्य पूरा होने से राज्य की आय में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ यहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार रिफाइनरी की स्थापना के साथ-साथ नए तेल अन्वेषण के कार्यों को भी प्राथमिकता दे रही है, ताकि रिफाइनरी बनने के बाद स्थानीय स्तर पर मांग के अनुरूप क्रूड ऑयल की आपूर्ति की जा सके और बाहर से तेल का आयात न करना पड़े. उन्होंने रिफायनरी की आवश्यकता के अनुसार पानी और बिजली आपूर्ति के कार्यों पर भी व्यापक चर्चा की.
जनसुविधाओं का हो विकास...
मुख्यमंत्री ने रिफायनरी निर्माण के दौरान स्थानीय स्तर पर बेहतर जनसुविधाओं के निर्माण के निर्देश दिए. उन्होंने CSR के अंर्तगत HPCL को साजियाली गांव को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण पूरा करने, रिफायनरी के पास उच्च स्तरीय स्कूल और चिकित्सालय बनाने को कहा, ताकि स्थानीय क्षेत्र के लोगों को इसका फायदा मिल सके.
उन्होंने पचपदरा में HPCL और RSLDC के द्वारा कौशल विकास केंद्र शीघ्र बनाने को कहा, जिससेस की स्थानीय युवा यहीं पर प्रशिक्षित होकर रिफायनरी में रोजगार हासिल कर सकें.
समीक्षा बैठक में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, विधायक मदन प्रजापत, मुख्यमंत्री के सलाहकार गोविन्द शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख शासन सचिव कुलदीप रांका, प्रमुख शासन सचिव खान कुंजीलाल मीणा, सम्भागीय आयुक्त बीएल कोठारी, खान निदेशक गौरव गोयल, जिला कलेक्टर अंशदीप मौजूद रहे.