बालोतरा (बाड़मेर). दुनिया को जिओ और जीने दो का संदेश देने वाले जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का 2619वां जन्म कल्याण महोत्सव जैन बंधुओं की ओर से भक्ति भाव से मनाया गया.
कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के मद्देनजर इस बार जैन समाज द्वारा महावीर जयंती के सामूहिक आयोजन नहीं किए गए. मंदिरों के बंद होने के चलते मंदिरों में जन्माभिषेक और पूजा-अर्चना के आयोजन भी नहीं हुए.
बालोतरा उपखण्ड में जैन नवयुवक मंडल और समाज ने कोरोना के योद्धाओं को लापसी खिलाई. 2000 पैकेट लापसी के तैयार कर डॉक्टर, नर्सेज, पुलिस, प्रशासन और सफाई कार्य मे लगे योद्धाओं को वितरित करते हुए भगवान महावीर की जयंती मनाई.
पढ़ें- Special: खोखले हैं सरकारी दावे, अब भी कई घरों में नहीं जलता चूल्हा, 2 दिन से भूखे हैं तीन परिवार..
भगवान महावीर को वीर, वर्धमान, अतिवीर और सन्मति के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने अपने जीवन में तप और साधना से नए प्रतिमान स्थापति किए. वहीं दूसरी ओर ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए किए लॉकडाउन के चलते जैन समुदाय के लोगों ने पूरे विधि-विधान से अपने घरों में ही महावीर जयंती का पर्व मनाया.
वही रोटरी क्लब ने महावीर जयंती पर गायों को हरा चारा खिलाया गया. इस दौरान बालोतरा उपखण्ड अधिकारी रोहित कुमार और एएसपी नरपतसिंह सहित रोटरी क्लब के सदस्य और जैन समाज के प्रमुख लोग मौजूद रहे.
पढ़ें: देश भर में केरल के बाद कोरोना की जांच में राजस्थान दूसरे नंबर पर
महावीर जयंती पर लोगों ने घर में चौकी पर भगवान महावीर स्वामी की तस्वीर विराजमान कर उसके चारों और रंगोली बनाकर उस पर एक कलश स्थापित किया. जहां 13 दीपक जलाकर भगवान की फोटो के आगे 13 बार महावीराष्टक और महावीर चालीसा का पाठ किया गया.
वहीं सभी परिवारजनों द्वारा अष्ट द्रव्य से पूजा की गई. उसके बाद घर की छत और बरामदों में मधुर ध्वनि नाद करते हुए भगवान की जय-जयकार हुई. जहां घन्टानाद, थाली, ताली बजाकर भगवान महावीर के जयघोष लगाये गये.