बाड़मेर. राजस्थान के सरहदी बाड़मेर जिले की भारत-पाक सीमा पर भभूते की ढाणी इलाके में बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ की 50वीं वाहिनी का जवान ऊंट पर गश्त कर रहा था. इस दौरान अचानक ही ऊंट भड़क गया और जवान के ऊपर बैठा गया. तभी साथी जवान ने ऊंट को गोली मारकर जवान की जान बचाई. बीएसएफ के जवान को अचेत अवस्था मे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां उसका उपचार चल रहा है.
दरअसल, बाड़मेर जिले के बिजराड़ थाना क्षेत्र के भारत पाक सीमा पर भभूते की ढाणी क्षेत्र में बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ की 50वीं वाहिनी के जवान नियमित गश्त पर निकले थे. इस दौरान ऊंट अचानक भड़क गया और हमला बोलते हुए जवान के ऊपर जा बैठा. गनीमत रही कि इस दौरान दूसरे साथी ने ऊंट को ऊपर बैठते हुए देख लिया और गोली मार ऊंट को हटाया, जिससे उसकी जान बच सकी. घायल हुए राजस्थान के टोंक निवासी जवान अमित बताया जा रहा है, जिन्हें बाड़मेर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. घायल जवान की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
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बीएसएफ जवान का इलाज करने वाले डॉक्टर सवाई सिंह राठौड़ ने बताया कि बीएसएफ के घायल जवान की स्थिति अब खतरे से बाहर है. उन्होंने बताया कि जवान की पीठ में चोट आई है वही एक हाथ भी फैक्चर हो गया है. जिसका आज नार्मल ऑपरेशन किया जाएगा. फिलहाल बीएसएफ जवान का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.
अलग है ऊंट का हमला करने का तरीका
जानकारों की मानें तो जब कभी ऊंट भड़कता है तो उसके ऊपर बैठ जाता है. दरअसल, ऊंट के नीचे के भाग (गर्दन और पेट के मध्य) में एक बड़ा सा बालों का गुच्छा होता है. भड़कने पर ऊंट इसे हथियार की तरह इस्तेमाल करता है और सामने वाले की छाती पर बैठकर उसे दबाकर मार डालता है.
सीमा पर ऊंटों से होती है गश्त
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा राजस्थान में 1070 किमी लंबी है. बाड़मेर और जैसलमेर जिलों में सीमा पर धोरों (मिट्टी के टीलों) की वजह से रास्ते दुर्गम होते हैं और यही वजह है कि बीएसएफ के जवान गश्त करने के लिए ऊंट का इस्तेमाल करते हैं.