बाड़मेर. जिले में अचानक तेज तूफान के साथ बारिश ने दस्तक दी. बीती रात आई तेज तूफान और बारिश की वजह से जिले भर में कई कच्चे पक्के घर ढह गए तो कई जगह घरों की छतों पर रखी लोहे की चद्दर उड़ गई. जिसकी वजह से लोगों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ. वहीं कई परिवारों ने तो बीती रात खौफ के साए में गुजारी. बीती रात आए तूफान की वजह से हुए नुकसान की हकीकत तस्वीरें अपने आप बयां कर रही हैं. ऐसे में परिवार भयंकर गर्मी में भी अब खुले आसमान तले जीवन यापन करने को मजबूर हैं.
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बुधवार रात अचानक आई तेज तूफान, आंधी, बारिश की वजह से कई जगह पर भारी नुकसान हुआ. बाड़मेर जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर विरात्रा कॉलोनी बलदेव नगर रामनगर मगरी इलाके सहित कई जगहों पर नुकसान हुआ है. जिसकी वजह से कई गरीब परिवार खुले आसमान तले आ गए हैं. ऐसे में अब यह परिवार सरकार से मदद की आस लगाए बैठे हैं. बाड़मेर शहर के विरात्रा नगर इलाके के बुजुर्ग भंवरा राम बताते हैं कि कल रात अचानक ही तेज आंधी और बारिश आ गई. ईटों से बने घर पर लगाई गई लोहे की चादर उड़ गई और कल पूरी रात एक छपरा में परिवार के 10 सदस्यों ने रात गुजारी.
बुजुर्ग महिला कमला देवी ने बताया कि कल रात को जब खाना बना रही थी तभी अचानक जोरदार तेज हवाएं तूफान चले लगा. जिसकी वजह से घर की छत और दीवारें ढह गई और काफी नुकसान हुआ. हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि हम दोबारा से घर बना सकें. दिनेश ने बताया कि उनके ईटों से बने घर पर सीमेंट की चद्दरें लगी हुई थी. जो पूरी तरह टूट गई हैं और हमारे टीवी, पंखे आदि का भी नुकसान हुआ है और हमारा पूरा परिवार खुले आसमान तले आ गया है.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन लगा हुआ है. सभी काम धंधे भी बंद पड़े हैं. ऐसे में सरकार से ही नुकसान की भरपाई की उम्मीद है. रामनगर मगरी इलाके के लोगों का कहना है कि उनके यहां भी कई घरों में नुकसान हुआ है. सरकार को गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए.