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CORONA के डर से बाजार नहीं पहुंच रहे खरीदार, सब्जी और फ्रूट विक्रेता झेल रहे मंदी की मार - बाजार नहीं पहुंच रहे हैं खरीदार

बाड़मेर में लॉकडाउन के चलते सब्जी और फ्रूट के विक्रेता मंदी की मार झेल रहे है. वहीं सरकार की ओर से उन्हें छूट दी गई है, लेकिन लॉकडाउन के चलते बिक्री नहीं हो रही है. इसके चलते व्यापार में कठिनाइयां आ रही है. जहां पहले अच्छी बिक्री हो जाती थी, अब उससे आधी भी नहीं हो पा रही है.

fruit vendors facing recession, फ्रूट विक्रेता झेल रहे मंदी की मार
सब्जी और फ्रूट विक्रेता झेल रहे मंदी की मार
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Published : Apr 17, 2020, 9:09 PM IST

Updated : Apr 17, 2020, 9:30 PM IST

बाड़मेर. कोरोना वायरस के वजह से जनजीवन थम सा गया है. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद है. लॉकडाउन के कारण जहां शहर में सब्जी और फ्रूट के दाम भी बढ़ गए हैं.

सब्जी और फ्रूट विक्रेता झेल रहे मंदी की मार

वहीं लॉकडाउन और पुलिस के डर से खरीदार भी नहीं बाहर निकल रहे हैं. जिसके चलते विक्रेताओं को मंदी की मार झेलनी पड़ रही है. ऐसे में सब्जी और फ्रूट विक्रेताओं की हालत दयनीय हो गई है.

सब्जी और फ्रूट विक्रेताओं के अनुसार लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है. जिसके चलते बाजारों में ठेले लेकर आ जाते हैं, लेकिन खरीदार नहीं आ रहे हैं. जहां लोगों से पहले अच्छी ग्राहकी हो जाती थी और दिन मे 400-500 रुपये कमा कर गुजर-बसर भी आराम से हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है.

पढ़ेंः COVID- 19: राजस्थान में फंसे छात्रों को लाने के लिए कोटा पहुंची यूपी की बसें

वहीं ग्राहकों के नहीं आने से उनका माल भी खराब हो जाता है और अब आलम यह है कि वह लोग 100 -200 रुपए से भी मुश्किल से कमाते हैं. उनके अनुसार अगर जल्द हालात नहीं सुधरे तो फिर तो बेहद मुश्किल हो जाएगा.

बाड़मेर. कोरोना वायरस के वजह से जनजीवन थम सा गया है. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद है. लॉकडाउन के कारण जहां शहर में सब्जी और फ्रूट के दाम भी बढ़ गए हैं.

सब्जी और फ्रूट विक्रेता झेल रहे मंदी की मार

वहीं लॉकडाउन और पुलिस के डर से खरीदार भी नहीं बाहर निकल रहे हैं. जिसके चलते विक्रेताओं को मंदी की मार झेलनी पड़ रही है. ऐसे में सब्जी और फ्रूट विक्रेताओं की हालत दयनीय हो गई है.

सब्जी और फ्रूट विक्रेताओं के अनुसार लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है. जिसके चलते बाजारों में ठेले लेकर आ जाते हैं, लेकिन खरीदार नहीं आ रहे हैं. जहां लोगों से पहले अच्छी ग्राहकी हो जाती थी और दिन मे 400-500 रुपये कमा कर गुजर-बसर भी आराम से हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है.

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वहीं ग्राहकों के नहीं आने से उनका माल भी खराब हो जाता है और अब आलम यह है कि वह लोग 100 -200 रुपए से भी मुश्किल से कमाते हैं. उनके अनुसार अगर जल्द हालात नहीं सुधरे तो फिर तो बेहद मुश्किल हो जाएगा.

Last Updated : Apr 17, 2020, 9:30 PM IST
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