बाड़मेर. शहर के इंदिरा कॉलोनी इलाके के रहने वाले करमचंद खत्री का इकलौता बेटा यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की खबरों से परिवार के लोगों की चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही थी. इन सबके बीच मोतीलाल शुक्रवार को अपने घर (Motilal Returned to India from Ukraine) पहुंचा तो परिवार के लोगों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. मां ने बेटे का तिलक लगाकर स्वागत किया तो बहनों के भी अपने भाई को घर पहुंचा देख खुशी के आंसू झलक पड़े.
मोतीलाल के माता-पिता बताते हैं कि यूक्रेन में रूस के हमले की खबरें सुनकर हमारा यहां हालत खराब होती जा रही थी. लेकिन आज हमारा बेटा सुरक्षित घर पहुंचा है तो हमें बहुत खुशी है. हम सरकार से यह मांग करेंगे कि और भी जो बच्चे यूक्रेन में फंसे हैं, उन्हें भी सुरक्षित घर पहुंचाया जाए. मोतीलाल की छोटी बहन काजल बताती हैं कि यूक्रेन में युद्ध की खबरों की वजह से मेरे मम्मी-पापा दोनों की तबीयत लगातार खराब होती जा रही थी, लेकिन आज मेरा भाई घर लौटा है तो हमें बहुत खुशी है.
काजल ने आगे कहा कि हम सरकार से यही मांग करेंगे कि जो लोग भी यूक्रेन में फंसे हैं उन्हें (Rajasthani Trapped In Ukraine) सुरक्षित अपने घर पहुंचाया जाए, क्योंकि जो दर्द-तकलीफ हमने सहन की वह हमें ही पता है और आज मेरा भाई सुरक्षित अपने घर आया है. इस बात की खुशी को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती हूं.
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मोतीलाल बताते हैं कि यूक्रेन के चेर्नित्सि शहर में रहकर वे एमबीबीएस की पढ़ाई करते हैं. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की वजह से वहां माहौल सही नहीं होने के चलते उन्होंने अपने घर आने का मन बनाया और 21 फरवरी को फ्लाइट करवाई. अपने दोस्तों के साथ वे अहमदाबाद होते हुए शुक्रवार को वे अपने घर (Barmer Latest News) बाड़मेर पहुंचे हैं.
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उन्होंने आगे बताया कि इस बीच उन्हें यह जानकारी मिली कि रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. उन्हें खुशी है कि वे सुरक्षित अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अब उन्हें अपने यूक्रेन में फंसे दोस्तों की चिंता हो रही है. मोततीला ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि वह लोग भी जल्द अपने घर वापस आ जाएं.
हनुमानगढ़ के भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे...
रूस-यूक्रेन विवाद के बीच हनुमानगढ़ के कई विद्यार्थी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उनके परिजन अपने बच्चों के लिए चिंतित नजर आ रहे हैं. जिले के कई अन्य विद्यार्थियों की तरह जंक्शन निवासी जोफी सोनी और टाऊन निवासी देव शर्मा यूक्रेन में फंसें हुए हैं. जोफी और देव दोनों यूक्रेन में एमबीए की पढ़ाई कर रहे हैं और वहां से निकलने का भी प्रयास किया, लेकिन ऐन वक्त पर यूक्रेन का एयरस्पेस बंद कर दिया गया.
दोनों छात्रों के यूक्रेन में फंसे होने पर परिजन चिंता में हैं. यूक्रेन के हालातों पर जोफी ने यूक्रेन से वीडियो भेजकर वहां की स्थिति बयां की. वहीं, जोफी के पिता का कहना है कि पूरा परिवार कल से चिंता में है और टीवी पर निगाहें गड़ाए हुए है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास बच्चों का पूरा ध्यान रख रहा है और उनको उम्मीद है कि भारत सरकार बच्चों को सुरक्षित भारत ले आएगी.