बाड़मेर. शहर के शिव नगर इलाके में टाउनशिप की जमीन पर वर्षों से रह रहे गरीब परिवारों के मकान ध्वस्त करने के बाद सुर्खियों में आए नगर परिषद के राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत को निदेशालय ने गुरुवार देर रात आदेश जारी कर एपीओ कर दिया है. वहीं, दूसरी तरफ पीड़ित परिवार बीते दो दिनों से धरने पर बैठा हुआ है.
कोरोना वैश्विक की महामारी के बीच बाड़मेर नगर परिषद के राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत के नेतृत्व में गत रविवार को शहर के शिव नगर इलाके में टाउनशिप की जमीन पर बरसों से रह रहे गरीब परिवारों के मकान ध्वस्त कर दिए थे. जिसके बाद से ही गरीब परिवार खुले आसमान के तले आ गया था और बीते 2 दिनों से वह धरने पर बैठा हुआ है. वहीं, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सुर्खियों में आए राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत को निदेशालय ने गुरुवार देर रात आदेश जारी कर एपीओ कर दिया है.
क्या है पूरा मामला...
बाड़मेर शहर के शिव नगर इलाके में पट्टा सुदा परिवारों को 8 सालों से उनके आर्थिक भूखंड पर नगर परिषद की ओर से कब्जा नहीं दिलाया गया था. इसके बाद गरीब परिवारों ने खाली पड़ी जमीन पर मकान बनाकर रहना शुरू कर दिया और बीते कई वर्षों से उसी जगह पर रह रहे थे. लेकिन गत रविवार को नगर परिषद के राजस्व अधिकारी पवन कुमार प्रजापत ने कार्रवाई करते हुए सरकारी टाउनशिप जमीन पर बने मकानों को ध्वस्त करवा दिया.
इस दौरान पीड़ित पक्ष की ओर से उन्हें बताया गया कि उनके पास सरकारी पट्टे भी हैं, लेकिन फिर भी कार्रवाई करने लगे. जिसके बाद पीड़ित पक्ष के लोगों ने विरोध किया तो पुलिस बल को मौके पर बुलाकर मकानों पर जेसीबी चलाकर उन्हें जमींदोज करा दिया. जिसके बाद से ही यह परिवार बीते कुछ दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गया था. इसके बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों की ओर से कलेक्टर से इस मामले की शिकायत की गई.
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साथ ही आयुक्त सभापति से गरीब परिवारों को इनके मूल स्थान पर कब्जा दिलाने की मांग की गई, जबकि नगर परिषद ने ध्यान नहीं दिया. ऐसे में पिछले 2 दिनों से पीड़ित परिवार के लोगों ने मौके पर ही धरना देकर विरोध जता रहे हैं. उनकी मांग है कि उन्हें नगर परिषद द्वारा कब्जा दिलवाया जाए और साथ ही मुआवजा भी दिया जाए. वहीं, गुरुवार देर रात निदेशालय ने आदेश जारी कर राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत को एपीओ कर दिया है.