बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में पिछले 4 दिनों से दलित कोजाराम हत्याकांड को लेकर चल रहा गतिरोध शनिवार को खत्म हो गया. दलित समाज के प्रतिनिधिमंडल और प्रशासन के बीच हुई 5वें दौर की वार्ता सफल रही. जिसमें विभिन्न मांगों पर सहमति बनने के बाद शव को उठाने के साथ ही मॉर्चरी के आगे चल रहे धरने को भी समाप्त कर दिया गया.
पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में सफल रहेः दलित नेता उदाराम मेघवाल ने बताया कि 4 दिनों से गतिरोध चल रहा था. बार-बार प्रशासन से वार्ता चल रही थी. विधायक, पूर्व विधायक, जिला प्रमुख व जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासन के बीच वार्ता हुई. हर मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई और अंततः हम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कामयाब रहे. सम्मानजनक आर्थिक सहायता राशि, संविदा पर नौकरी दी जाएगी. एसएचओ को निलंबित और सीओ को एपीओ किया जाएगा. इसके आदेश जल्द जारी होंगे. इस बात पर हमारी सहमति बनी है. ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए शव को मॉर्चरी से उठा रहे हैं. बाड़मेर जिला कलेक्टर लोकबंधु ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की गई. चर्चा में मुख्य मांगे थी कि हत्या करने वाले और इसमें शामिल लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. उसमें उन्हें बताया गया कि पोस्टमार्टम के बाद मौका नक्शा बनाने के बाद ही यह सम्भव है. इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि अन्य जो भी मांगे थी. उसमें नियमों में जो भी प्रावधान थे, उन्हें बताया गया उन्होंने भी इस पर सहमति जताई.
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वार्ता में 3 विधायक रहे मौजूदः 4 दिनों से धरने पर बैठे दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल की शनिवार को कलेक्टर कार्यालय में जिला प्रशासन के साथ वार्ता हुई. वार्ता के दौरान बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल और भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग भी मौजूद रहे. विधायक पदमाराम मेघवाल ने बताया कि जो भी मांगे थी. उन पर सहमति बनी गई है और मॉर्चरी से शव उठाया जा रहा है. विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई, जो भी इनकी वाजिब मांगे थी उन पर सहमति बन गई है. यह सब शव को अंतिम संस्कार करने के लिए ले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सब की भावना थी कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले.
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चार दिनों से थी असमंजस की स्थितिः 4 दिनों से चल रहे गतिरोध में कुछ असमंजस की स्थिति थी. ऐसे में बैठकर वार्ता करके उसे दूर किया गया. भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग ने बताया कि कोजाराम की जो हत्या हुई है. इस संबंध में 4 दिनों से दलित समाज के साथ सर्व समाज के लोग धरने पर बैठे रहे. उनकी जो मांगे थी उन पर शनिवार को सहानुभूति पूर्वक विचार हुआ और लगभग सभी मांगों मानी गई. उन्होंने कहा कि जो इसमें दोषी आधिकारी, एसएचओ को निलंबित किया गया है. इसके बाद जो पुराने मुकदमे थे उन्हें रीओपेन किया जाएगा. प्रशासन ने 100% प्रतिशत मांगे मानी हैं. उन्होंने कहा कि कोजाराम को न्याय दिलाने के लिए जो आंदोलन था. उसे बाड़मेर की टीम ने बहुत अच्छे तरीके हैंडल किया. जिसके वजह से यह सफल रहा.
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हरीश चौधरी ने सीएम गहलोत लिखा पत्रः कोजाराम हत्याकांड को लेकर बाड़मेर जिला अस्पताल की मॉर्चरी के पिछले चार दिनों से चल रहे धरने-प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब कांग्रेस प्रभारी एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कोजाराम मेघवाल हत्याकांड की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही और पीड़ित परिवार की सभी मांगों को अविलंब पूरा करने की मांग की है.
निम्न बिंदुओं पर सहमति बनीः
- कोजाराम मेघवाल के हत्यारों और हत्या की साजिश रचने वाले की गिरफ्तारी हो.
- कोजाराम मेघवाल के द्वारा अपराधियों के खिलाफ दर्ज प्रकरण जिसमें जांच अधिकारी द्वारा एफआर पेश की है, उन प्रकरणों को रीओपेन किया जाए.
- सबंधित एसएचओ को निलंबित एवं उपाधीक्षक के विरुद्ध कार्यवाही की अनुशंसा.
- परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी.
- सम्मानजनक आर्थिक सहायता राशि.
यह है पूरा घटनाक्रमः जिले के गिराब थाना इलाके आसाडी गांव में दो पक्षों में जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. इसी के चलते 12 अप्रैल को इन दो पक्षों में हुए झगड़े में कोजाराम मेघवाल की बेरहमी से पिटाई की गई थी. जिसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया था. जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. जिसके बाद मृतक के शव को जिला अस्पताल की मॉर्चरी में रखवाया गया. इस घटना से आक्रोशित पीड़ित परिवार और दलित समाज के लोग जिला अस्पताल की मॉर्चरी के आगे धरने पर बैठ गए थे. 4 दिनों से मॉर्चरी के आगे धरना चल रहा था. इस दौरान प्रशासन से विभिन्न मांगों को लेकर कई दौर की वार्ता हुई. वहीं शनिवार को फिर से प्रशासन के साथ समाज के प्रतिनिधि मंडल की वार्ता हुई जिसके बाद सहमति बन गई.
3 लोगो को पुलिस ने किया था डिटेनः पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना के बाद 3 लोगों को डिटेन कर लिया था. वही शनिवार को बनीं सहमति के बाद पुलिस की ओर से परिवारजनों को मृतक का शव सौंपने की कार्यवाही की जा रही है.