बाड़मेर. शहर में नगर परिषद में कांग्रेस बोर्ड बनाने में लगाता तीसरी बार कामयाब रही. वहीं बोर्ड बनने के बाद नगर परिषद की साधारण बैठक नगर कार्यालय के पंडित दीनदयाल सभागार में सभापति दिलीप माली की अध्यक्षता में आयोजित हूई.
इस बैठक में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन मौजूद रहे. बैठक में कई एजेंडों पर चर्चा की गई. बैठक में सबसे पहले नंदी गौशाला हुई गोवंश की मौत का मुद्दा छाया रहा. जिसको लेकर विपक्ष ने काफी देर तक हंगामा हुआ.
पढ़ेंः अयोध्या भूमि विवाद : SC ने खारिज कीं सभी 18 पुनर्विचार याचिकाएं
नगर परिषद की बैठक में नंदी गौशाला में पशुओं की मौत के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक काफी देर चलती रही. वहीं बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने विपक्ष से कहा कि गौशाला संचालन के लिए बड़ी मशक्कत के बाद संस्था को तैयार किया है, अगर भाजपा 3 माह के लिए भी गौशाला चला दे, तो हम देने को तैयार है.
वहीं भाजपा ने कहा कि जो संस्थाएं गौशाला का संचालन कर सकती है. उन्हें निविदा से आमंत्रित किया जाए और नंदी गौशाला में पशुओं की मौत, नगर परिषद की लापरवाही से हुई है अब तक कितने गोवंश की मौत हुई है. विधायक जैन ने बचाओ में कई बार विपक्ष को घेरा कि वह राजनीति बंद करें.
बीते दिनों नंदी गौशाला में पशुओं की मौत का मुद्दा नगर परिषद की बैठक में छाया रहा. प्रतिपक्ष नेता पृथ्वी चंडक कहा कि नंदी गौशाला में पशुओं की मौत नगर परिषद की लापरवाही से हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि मीडिया में करीबन 200 की खबरें सामने आ रही थी. वहीं आज नगर परिषद ने 80 से 85 का आंकड़ा बता रहे है. यह भी आंकड़ा कम नहीं है. अगर इस तरह से गोवंश की मौत होती है तो कहीं ना कहीं नगर परिषद की लापरवाही है.
पढ़ेंः वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया ने की प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग
बता दें कि नगर परिषद के आंकड़ों के अनुसार नंदी गौशाला में 1140 गोवंश थे. जिनमें 30 गोवंश को पशु मालिकों को लौटा दिया गया. वहीं गत दिनों करीबन 80 से 85 गोवंश की मौत हुई है. अब 1 हजार 25 सौ के आसपास पशु अभी भी गौशाला में है.