बाड़मेर. जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने थार-एक्सप्रेस के पिछले सप्ताह के फेरे से पहले ही यह समझौता पर थार एक्सप्रेस को रद्द करने की मंशा जता दी थी और एक हफ्ते बाद यह रेल बंद कर दी गई. भारतीय रेलवे ने आदेश जारी कर भारत पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस ट्रेन को अगले आदेश तक बंद कर गया है. इस आदेश के बाद बाड़मेर के लोगों को चिंता सता रही है कि पाकिस्तान गए उनके रिश्तेदार कैसे भारत लौटेंगे. उन्होंने मोदी सरकार से गुहार लगाई है कि उनके रिश्तेदारों को भारत लाया जाए.
1947 के भारत-पाक बंटवारे के बाद कई परिवार भारत में रह गए तो कई पाकिस्तान में 1965 और 1971 के युद्ध के बाद भी दोनों मुल्कों से लोगों का आना जाना हुआ. इन परिवारों के आपस में मिलने के लिए थार एक्सप्रेस बड़ा जरिया है. शुक्रवार शाम आई थार एक्सप्रेस को आगामी आदेश तक रद्द करने की इस आदेश के बाद बाड़मेर जिले की हजारों लोगों में मायूसी का दौर है, क्योंकि दोनों देशों के बीच रोटी और बेटी का रिश्ता है. भारत और पाकिस्तान में 15 लाख से ज्यादा परिवार पाकिस्तान के इस निर्णय से प्रभावित होंगी 5 लाख शरणार्थी परिवारों पर सीधा असर पड़ेगा.
वहीं इन लोगों का पाकिस्तान सरकार और पाक रेलवे मंत्री के प्रति जबरदस्त गुस्सा भी देखने को मिला. लोगों का कहना है कि इस तरीके से पाकिस्तान क्यों दोनों देशों की आवाम को परेशान कर रहा है. जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का मामला भारत का आंतरिक मामला है फिर क्यों पाकिस्तान इसकी आड़ में दोनों देशों की आवाम को परेशान कर रहा है.
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बाड़मेर जिले के पाक विस्थापित जिला संयोजक नरपत सिंह धारा ने बताया कि उनके रिश्तेदार पिछली 15 जुलाई को पाकिस्तान गए थे और आगामी 23 अगस्त को वापस भारत लौटने वाले थे, लेकिन अब थार एक्सप्रेस बंद हो गई है वह लोग कैसे आएंगे मेरे जैसे ऐसे कई परिवार है यहां पर जिनके लोग पाकिस्तान अपने रिश्तेदारों से राखी बंधवाने के लिए गए हैं. वह लोग वापस कैसे आएंगे ऐसे में हम लोग सरकार से अपील करते हैं कि सरकार किसी तरीके से जो लोग पाकिस्तान गए हैं उन्हें सही सलामत भारत लेकर आए.