बालोतरा (बाड़मेर). राजस्थान में बालोतरा थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह का मोबाइल हैक कर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 8 जून को दर्ज हुए ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर जोधपुर से गिरफ्तार किया है, साथ ही पुलिस ठगी की राशि बरामद करने में जुटी हुई है. आरोपी ने थानाधिकारी के नाम पर फोन करके व्यपारियों से ठगी की थी.
थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि कई व्यापारी इसके झांसे में नहीं आए और थाने से संपर्क किया. जहां से थानाधिकारी ने इस तरह का कोई कॉल नहीं करने का की बात कही. साथ ही पुलिस ने ठग की वारदात से अन्य लोगों को बचाने के लिए आरोपी की धरपकड़ को लेकर प्रयास शुरू किए.
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उन्होंने बताया कि 2 जून को शहर निवासी ओमप्रकाश पुत्र प्रभुजी चारण ठग के झांसे में आ गया. उसने जोधपुर से 10 लाख रुपये ठग को दिला दिए. ओमप्रकाश को इसकी वास्तविकता पता चली तो पैरों तले जमीन खिसक गई. बालोतरा थाने में आकर 8 जून को आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी कर ठगी करने का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने अनुसंधान तकनीकी सहायता से पता लगाया तो सामने आया कि आरोपी पाली के रजतनगर निवासी सुरेश उर्फ भैरिया पुत्र भंवरलाल घांची ने मोबाइल एप के जरिए वारदात को अंजाम दिया है. बालोतरा पुलिस आरोपी को जोधपुर से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.
अलग-अलग तरीकों से देता है ठगी की वारदात को अंजाम...
मिस्टर नटवरलाल के नाम से विख्यात पाली निवासी सुरेश उर्फ भैरिया घांची ने बालोतरा थानाधिकारी का मोबाइल हैक कर एक व्यापारी से 10 लाख रुपये ठग लिए. पुलिस को इसका पता चला तो साइबर एक्सपर्ट की मदद से पता लगाया. थानाधिकारी ने बताया कि पाली निवासी सुरेश उर्फ भैरिया घांची शातिर ठग है. वह मोबाइल नंबर, आईडी हैक करने के साथ ही अन्य तरीकों से ठगी की वारदातों को अंजाम देता है. शातिर और आले दर्जे का जालसाज कभी आवाज बदलकर तो कभी पुलिस अधिकारी बनकर ठगी की वारदातों को अंजाम देता है.