बाड़मेर. पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर में टिड्डी का आतंक लगातार जारी है. इसके साथ ही मानसून ने दस्तक भी दे दी और किसान बुवाई में लगा हुआ है. लेकिन एएफओ द्वारा दी गई चेतावनी से किसान काफी चिंतित है कि टिड्डियां कहीं फसलों को चौपट ना कर दे.
दरअसल, हवा के रुख बदलने से जिले के आसपास के जिलों से भारी टिड्डी दल ने जिले के 6 से ज्यादा जगहों पर हमला बोल दिया था. जिससे किसानों के माथे एक बार फिर आफत आ गई थी. इसके बाद टिड्डी नियंत्रण दल और कृषि विभाग की टीम ने जगह को चिन्हित कर टीमें बनाकर ड्रोन और ट्रैक्टर से कीटनाशक का छिड़काव करवाया.
बाड़मेर के कृषि उप निदेशक डॉ. जेआर भाखर ने बताया कि हवा के रुख बदलने से बाड़मेर के आसपास जिलों में पड़ा टिड्डी दल कल शाम को जिले के कई जगहों पर हमला कर दिया. इन जगहों को चिन्हित कर टिड्डी नियंत्रण दल और कृषि विभाग ने ड्रोन और ट्रैक्टर से स्प्रे करवाकर टिड्डी को नियंत्रित किया.
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इस दौरान टिड्डी नियंत्रण करने में 9 ड्रोन और 16 ट्रैक्टर से कीटनाशक का छिड़काव करवाया गया, जिसके बाद टिड्डियों पर काफी हद तक कंट्रोल कर लिया गया. इस बीच जैसलमेर से भी ड्रोन मंगवाए थे, जिससे अच्छी तरह से टिड्डियों पर नियंत्रण कर लिया गया है और बची है, उन पर सुबह तक नियंत्रण कर लिया जाएगा. इसके लिए 7 टीमों को बायतु, रामसर, शिव और बाड़मेर में भी लगाई थी.
भाखर ने कहा कि पाकिस्तान से टिड्डियों का कोई नया दल पिछले एक सप्ताह से नहीं आया है. एएफओ ने चेतावनी दी है कि जैसे-जैसे यह मानसून आ रहा है, वैसे-वैसे टिड्डियों के आने की संभावना ज्यादा है. जिसको लेकर हमने पूरी तैयारी कर रखी है. इसके लिए राज्य सरकार ने 60 ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर, 5 ड्रोन और 2 हेलीकॉप्टर तैनात किए है. जैसे ही टिड्डी दल आएगा, उसको हम नियत्रिंत कर लेंगे.