प्रतापगढ़. जिले में एबीवीपी की छात्रा इकाई की ओर से गर्ल्स कॉलेज की मांग को लेकर प्रदर्शन और धरना दिया गया था. इसके बाद सरकरा की ओर से सत्र 2019 में प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय पर कन्या महाविद्यालय खोला गया. सरकार की ओर से औपचारिक रूप से कॉलेज खोलने की घोषणा की गई और शहर के पीजी कॉलेज के पास खाली पड़े छात्रावास भवन में कॉलेज को शुरू भी कर दिया गया. लेकिन अब तक कॉलेज में ना तो प्राचार्य है और ना ही व्याख्याता के पद पूरे भरे गए हैं.
कॉलेज परिषद में छात्रों को मूलभूत सुविधा तक उपलब्ध नहीं हो रही. इस वक्त कॉलेज का जहां संचालन किया जा रहा है ना तो वहां बैठने की उचित व्यवस्था है ना ही पीने के पानी की व्यवस्था है और ना ही मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है. ऐसे में छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
राजकीय कन्या महाविद्यालय में वर्तमान में 800 से भी अधिक छात्राओं का प्रवेश है. लेकिन महाविद्यालय की अनियमितता के कारण कॉलेज में ना तो नियमित पढ़ाई हो रही है ना ही क्लास लग पा रही है. जिस छात्रावास भवन में कॉलेज का संचालन हो रहा है वहां केवल चार कमरे हैं जिसमें से दो कमरे कॉलेज ऑफिस के लिए है और केवल दो कमरो में ही पढ़ाई चल रही है जिस कारण छात्राओं को पढ़ने में समस्याएं आ रही हैं.
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राज्य सरकार की ओर से तीन साल पहले खोले गए कॉलेज की अभी तक कोई सुध नहीं ली गई है. कॉलेज के लिए अभी तक ना तो कोई जमीन दी गई है ना ही भवन. ऐसे में छात्रावास के दो कमरों में कॉलेज का संचालन किया जा रहा है. मामले को लेकर बुधवार को एबीवीपी की छात्रा इकाई की ओर से रैली निकाल कर प्रदर्शन किया गया और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर जल्द समस्या के समाधान की मांग की गई. विद्यार्थी परिषद की ओर से चेतावनी दी गई है कि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो एबीवीपी की ओर से उग्र आंदोलन किया जाएगा.