बालोतरा (बाड़मेर). जिले के बालोतरा में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. जहां पर मां की आंखों के सामने उसका चार साल का मासूम जिंदा जल गया. बताया जा रहा है कि झोपड़ी में दो मासूम खेले थे और मां खाना बना रही थी, इस दौरान वह किसी काम से बाहर निकली. वापस आकर देखा तो उस झोपड़ी में आग लगी हुई थी.
दोनों मासूम झोपड़ी में फंस गए. मां ने अपनी जान की परवाह किए बगैर आग से एक मासूम को बचा लिया, लेकिन दूसरे को बचा नहीं पाई. दूसरा बच्चा आग में जिंदा जल गया. इस दुखद घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. दरसअल, जिले के बालोंतरा के आकड़ली बक्सीराम के राजस्व गांव सुथारों की ढाणी निवासी खम्मादेवी शनिवार शाम को अपनी ढाणी के कच्चे झोपड़ी में खाना बना रही थी. वहीं, पास में उसके मासूम बेटे ललित (4 ) व हितेश खेल (2.5) रहे थे. बच्चों को खेलने में मस्त थे. तभी खम्मादेवी अपनी ससुर को खाना देने गई तो कुछ देर बाद ही बच्चों के चीखने चिल्लाने की आवाज आने लगी. खम्मा देवी दौड़ कर झोपड़ी पर पहुंची. झोपड़ी में आग लगी हुई है तो खम्मा देवी के होश फ़ाख्ता रह गए.
पढ़ें: नागौर: ट्रांसफार्मर में आग लगने से मची अफरा-तफरी...क्षेत्र की बिजली आपूर्ति प्रभावित
उसने हिम्मत करके झोपड़ी में में घुसी और जलती आग में से हितेश (2.5) साल को बाहर निकालकर ले आई. एक बच्चे को बाहर निकाला, तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था. हाथ जलने के बाद भी अपने चिराग को आंखों के सामने जलता देख खम्मादेवी बेटे को बचाने के लिए आग की तरफ जाने लगी, तो मौके पर पहुंचे लोगों ने उसे पकड़ लिया. लोगों ने बच्चे को बचाने की कोशिश की. करीबन आधा घंटा बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक 4 साल का मासूम ललित अपनी मां की आंखों के सामने जिंदा जल गया. लोगों ने मासूम के शव को बाहर निकालकर परिजनों को सांत्वना दी. लेकिन, उस मां का दर्द क्या होगा, जिसकी आंखों के सामने जिसने अपने कलेजे के टुकड़े को जिंदा जलते हुए देखा.