अंता (बारां). जिले के अंता में थोक सब्जी मंडी के हालात दिनों दिन बदतर होते जा रहे हैं. बारां शहर में लगाए गए लॉकडाउन के चलते दूर-दराज क्षेत्रों से बड़ी संख्या में व्यापारियों के यहां पहुंचने के कारण थोक सब्जी मंडी में जमघट लगा रहता है. जिससे थोक सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ रही हैं. वहीं, सब्जियों के भाव भी आसमान छूने लगे हैं.
कोरोना को लेकर बारां शहर में 6 दिनों के लिए लगाए गए लॉकडाउन का सीधा असर अंता की थोक सब्जी मंडी में देखने को मिल रहा है. जहां रोजाना खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में व्यापारी पहुंच रहे हैं. जिससे थोक सब्जी मंडी में भीड़-भरा माहौल बना रहता है. जिसके चलते कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है. सब्जी मंडी में न तो सोशल डिस्टेंस की पालना की जा रही है और न ही मास्क लगाने की. ऐसे में यहां संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है.
दूसरी ओर जिले से बड़ी संख्या में व्यापारी यहां सब्जियों की खरीदारी करने आ रहे हैं. जिसके चलते सब्जियों के भाव आसमान को छूने लगे हैं. यहां खरीदारी करने आने वाले व्यापारियों का कहना है कि बारां में लॉकडाउन के कारण थोक सब्जी मंडी बंद हो जाने से यहां आकर खरीदारी करनी पड़ रही है. ऐसे में यहां से सब्जियां ले जाने से भाड़ा तो ज्यादा लग ही रहा है. साथ ही यहां के व्यापारियों ने सब्जियों के दाम भी बढ़ा दिए. जिससे सब्जियां मंहगी खरीदनी पड़ रही है.
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इस थोक मंडी में फुटकर व्यापारियों के साथ-साथ आमजन भी सब्जियां खरीदने के लिए आ रहे हैं. जिसके कारण भी मंडी में भीड़ भरा माहौल बना रहता है. पूर्व में तो प्रशासन द्वारा इस थोक सब्जी मंडी में पुलिस के जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन बाद में इस व्यवस्था पर ध्यान नहीं देने के कारण हालात बदतर हो गए. थोक मंडी के हालात देखने के बाद ऐसा लगता ही नहीं है कि लोगों को कोरोना से भय नजर आ रहा हो.
बता दें कि कस्बे में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. आये दिन कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं. कस्बे में कोरोना का आंकड़ा 67 पार कर चुका है. वहीं 2 महिलाओं की कोरोना से मौत हो चुकी है. इसके बावजूद इस गंभीर समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा है. यदि समय रहते कोरोना को लेकर आमजन द्वारा जागरूकता नहीं अपनाई गई तो कस्बा पूरी तरह से कोरोना की चपेट में आ सकता है.